म्हारे हिवडे उठी हिलोर भायला खाटू नगरी जावण की,
ल्यो आ गई रे रूत फागण की ,
बाबा का हेलो आयो रे म्हानै खाटू धाम बुलायो रे,
जा मेला मांही धूम मचास्यां बाजण दयो धुन नागण की,
ल्यो आ गई रे ......
हिल मिल के खाटू चालां जी खाटू मै घूमर घालां जी,
ढफ ढोल मंजीरा चंग बाजे म्हारै मन मै आ री नाचण की,
ल्यो आ गई रे .......
मन मचल रहयो जी होली मै रंग भर ल्यो रे भग्तो झोली मै
नरसी नै सागै ले चालां उ कै लटक लाग री गावण की
ल्यो आ गई रे ..
लेखक व गायक : श्री नरेश नरसी जी (फतेहाबाद
सभी श्याम प्रेमियो को फागण मेले की हार्दिक शुभकामनायें !
!! जय श्री श्याम जी !!
भजन प्रेषक : प्रदीप सिंघल (जीन्द वाले
mhaare hivade uthi hilor bhaayala khatu nagari jaavan ki,
lyo a gi re root phaagan kee
baaba ka helo aayo re mhaanai khatu dhaam bulaayo re,
ja mela maanhi dhoom mchaasyaan baajan dayo dhun naagan ki,
lyo a gi re ...
hil mil ke khatu chaalaan ji khatu mai ghoomar ghaalaan ji,
dhph dhol manjeera chang baaje mhaarai man mai a ri naachan ki,
lyo a gi re ...
man mchal rahayo ji holi mai rang bhar lyo re bhagto jholi mai
narasi nai saagai le chaalaan u kai latak laag ri gaavan kee
lyo a gi re ..
mhaare hivade uthi hilor bhaayala khatu nagari jaavan ki,
lyo a gi re root phaagan kee