दुर्गा भवानी मैया अम्बे महा रानी मैया,
आ जाओ दरबार में,
तेरे लिये मियां आसान लगाया,
श्रद्धा के फूलो से उसे है सजाया,
माथे पर बिंदियां लगा के कानो में कुण्डल पाके.
आ जाओ दरबार में........
तेरे लिये मियां हलवा बनाया,
प्रीत अपनी का रस इस में मिलाया,
हाथो में कंगन चूड़े लाल चुनरिया ोहड़े,
आ जाओ दरबार में .........
तेरे लिये मियां जागरण कराया,
प्रेम भरा मन भेट चढ़ाया,
दर्शन दे मैया मेरी लाखो है अर्जी मेरी,
आ जाओ दरबार में.......
durga bhavaani maiya ambe maha raani maiya,
a jaao darabaar me
tere liye miyaan aasaan lagaaya,
shrddha ke phoolo se use hai sajaaya,
maathe par bindiyaan laga ke kaano me kundal paake.
a jaao darabaar me...
tere liye miyaan halava banaaya,
preet apani ka ras is me milaaya,
haatho me kangan choode laal chunariya ohade,
a jaao darabaar me ...
tere liye miyaan jaagaran karaaya,
prem bhara man bhet chadahaaya,
darshan de maiya meri laakho hai arji meri,
a jaao darabaar me...
durga bhavaani maiya ambe maha raani maiya,
a jaao darabaar me