अपनी शरण में लीजिये हमको भी श्याम प्यारे,
इतनी दया तो कीजिये हम भी तो है तुम्हारे,
अपनी शरण में लीजिये ......
ना जाने कितने तारे कितनो को तू संभाले,
कितनो की नैया प्यारे मझधार से निकाले,
मेरा तो है सब तेरा और हम है तेरे सहारे,
अपनी शरण में लीजिये ....
आधार मेरा तू ही कमजोरी है तू मेरी,
दिन रात इस लिए तो धरकार मुझको तेरी,
देनी है जान तुझसे धड़कन हो तुम हमारी,
अपनी शरण में लीजिये...
ऐसा है तू खिलाडी जब तक मर्जी खेले,
तेरे पास ऐसे पासे जब चाहे बाजी लेले,
चलता तू चाल ऐसी जो जीते वो हारे,
अपनी शरण में लीजिये ....
है दोनों हाथ ऊचे और क्या कहु मैं स्वामी,
कहता पवन हवाले तेरे ये ज़िंदगानी,
अब श्याम हो चली है नैया लगा किनारे,
अपनी शरण में लीजिये ....
apani sharan me leejiye hamako bhi shyaam pyaare,
itani daya to keejiye ham bhi to hai tumhaare,
apani sharan me leejiye ...
na jaane kitane taare kitano ko too sanbhaale,
kitano ki naiya pyaare mjhdhaar se nikaale,
mera to hai sab tera aur ham hai tere sahaare,
apani sharan me leejiye ...
aadhaar mera too hi kamajori hai too meri,
din raat is lie to dharakaar mujhako teri,
deni hai jaan tujhase dhadakan ho tum hamaari,
apani sharan me leejiye...
aisa hai too khilaadi jab tak marji khele,
tere paas aise paase jab chaahe baaji lele,
chalata too chaal aisi jo jeete vo haare,
apani sharan me leejiye ...
hai donon haath ooche aur kya kahu mainsvaami,
kahata pavan havaale tere ye zindagaani,
ab shyaam ho chali hai naiya laga kinaare,
apani sharan me leejiye ...
apani sharan me leejiye hamako bhi shyaam pyaare,
itani daya to keejiye ham bhi to hai tumhaare,
apani sharan me leejiye ...