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दरबार में सतगुरु प्यारे के दुःख दर्द मिटाये जाते है
दुनिया के सताए लोग यहाँ सीने से लगाए जाते हैं

दरबार में सतगुरु प्यारे के दुःख दर्द मिटाये जाते है
दुनिया के सताए लोग यहाँ सीने से लगाए जाते हैं


यह महफ़िल है देव्वानो की हर एक यहाँ दीवाना है
भर भर के जैम यहाँ इबादद के सब को पिलाये जाते हैं
दरबार में..........

जिनको कुछ दर्द है सतगुरु का उनपर है रहमत सतगुरु की
बस उनका सन्देश अत है और वह भी बुलाये जाते है
दरबार में........



darbar me satguru pyare ke dukh dard mitaye jaate hai

darabaar me sataguru pyaare ke duhkh dard mitaaye jaate hai
duniya ke sataae log yahaan seene se lagaae jaate hain


yah mahapahil hai devvaano ki har ek yahaan deevaana hai
bhar bhar ke jaim yahaan ibaadad ke sab ko pilaaye jaate hain
darabaar me...

jinako kuchh dard hai sataguru ka unapar hai rahamat sataguru kee
bas unaka sandesh at hai aur vah bhi bulaaye jaate hai
darabaar me...

darabaar me sataguru pyaare ke duhkh dard mitaaye jaate hai
duniya ke sataae log yahaan seene se lagaae jaate hain




darbar me satguru pyare ke dukh dard mitaye jaate hai Lyrics





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