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बैकुंठ नाथ धरो सर पे हाथ,
हो जाए कृपा जो थारी,

बैकुंठ नाथ धरो सर पे हाथ,
हो जाए कृपा जो थारी,
हे निकुंज निरंजन  दीजो आशीर्वाद,
आया शरण मैं तुम्हारी,

पग पग राह कठिन है
मन मेरा दूषित मलिन है
जीवन नीरस लगने लगा भारी
हो जाए कृपा जो थारी,
आया शरण मैं तुम्हारी,

मन से मेरे विकार मिटादो
प्रभु जी अंधकार हटा दो
सच्ची मुझको राह दिखा दो
चरण शरण में ले लो भगवन
जाऊँ मैं वारी बलिहारी
हो जाए कृपा जो थारी
आया शरण मैं तुम्हारी



dhro sar pe haath bekunth nath dharo ser pe hath

baikunth naath dharo sar pe haath,
ho jaae kripa jo thaari,
he nikunj niranjan  deejo aasheervaad,
aaya sharan maintumhaaree


pag pag raah kthin hai
man mera dooshit malin hai
jeevan neeras lagane laga bhaaree
ho jaae kripa jo thaari,
aaya sharan maintumhaaree

man se mere vikaar mitaado
prbhu ji andhakaar hata do
sachchi mujhako raah dikha do
charan sharan me le lo bhagavan
jaaoon mainvaari balihaaree
ho jaae kripa jo thaaree
aaya sharan maintumhaaree

baikunth naath dharo sar pe haath,
ho jaae kripa jo thaari,
he nikunj niranjan  deejo aasheervaad,
aaya sharan maintumhaaree




dhro sar pe haath bekunth nath dharo ser pe hath Lyrics





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