Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

द्वारिका नाथ इतने दयालु दीं दुखियो को दिल से लगाते,
भगतो के दुःख को पल में मिटाने धरती पर जनम लेकर ?

द्वारिका नाथ इतने दयालु दीं दुखियो को दिल से लगाते,
भगतो के दुःख को पल में मिटाने धरती पर जनम लेकर आते,

द्रोपदी जब यहा की बिलख ती,
उसकी लजा भी जब दांव पर लगती,
सच्चे मन से पुकारे लगाती वसतर देके है उसे बचाते,
द्वारिका नाथ इतने दयालु दीं दुखियो को दिल से लगाते,

दुर्योध्न ने प्रभु को भुलाया मेवा मिष्ठान,
स्वागत में लाया पर अभिमान से दूर भगवान सज के विधुर घर आते,
द्वारिका नाथ इतने दयालु दीं दुखियो को दिल से लगाते,

मोह में अँधा था जैसे अर्जुन रूप उसको विराट दिखाते,
जो भगवान के है भरोसे हारता नहीं वो प्रभु जिताते,
द्वारिका नाथ इतने दयालु दीं दुखियो को दिल से लगाते,



dwarkaa naath itne dayalu deen dukhiyo ko dil lga te

dvaarika naath itane dayaalu deen dukhiyo ko dil se lagaate,
bhagato ke duhkh ko pal me mitaane dharati par janam lekar aate


dropadi jab yaha ki bilkh ti,
usaki laja bhi jab daanv par lagati,
sachche man se pukaare lagaati vasatar deke hai use bchaate,
dvaarika naath itane dayaalu deen dukhiyo ko dil se lagaate

duryodhan ne prbhu ko bhulaaya meva mishthaan,
svaagat me laaya par abhimaan se door bhagavaan saj ke vidhur ghar aate,
dvaarika naath itane dayaalu deen dukhiyo ko dil se lagaate

moh me andha tha jaise arjun roop usako viraat dikhaate,
jo bhagavaan ke hai bharose haarata nahi vo prbhu jitaate,
dvaarika naath itane dayaalu deen dukhiyo ko dil se lagaate

dvaarika naath itane dayaalu deen dukhiyo ko dil se lagaate,
bhagato ke duhkh ko pal me mitaane dharati par janam lekar aate




dwarkaa naath itne dayalu deen dukhiyo ko dil lga te Lyrics





Bhajan Lyrics View All

अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका

New Bhajan Lyrics View All

नी मैं घुट के कलेजे नाल लाई, चिट्ठी आई
नाले पढ़ पढ़ के हो गई शुदाई, चिट्ठी आई
पलना में रोवे री कन्हैया मेरो सांवरो...
तुलसा घूम रही ब्रज धाम जाने कहां
शुक्र करा मैं गुरूजी तेरा शुक्र करा
मेरे अंतर्मन में तुम ही बसे हो,
कनखल नगरी फूलों की बरसात हो गई,
मेरी गौरा जी की शादी भोले से हो गई,