Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

गली गली गूँजती जो राम धुन है

गली गली गूँजती जो राम धुन है
राम भक्तो की ये ही धड़कन है
दुख में आता सुख जाता
नाम आयोध्या पवन है


राम दीवाने नाच रहे है
खुशियो का दिन आया है
राम लल्ला की जीत हुए है
सबका मान हरषाया है
बनेगा मंदिर उससी जगह पर
अब ना कोई अड़चन है
गली गली गूँजती जो राम धुन है
राम भक्तो की ये ही धड़कन है

दुख में आता सुख जाता
नाम आयोध्या पवन है
सरयू तट से राम घाट तक
देखो गजब नज़ारा है
पूरे अवध में गूँजता हरदम
राम नाम का नारा है
चारो पहर यहा डीप जले
जैसे दीवाली का दर्पण है
गली गली गूँजती जो राम धुन है
राम भक्तो की ये ही धड़कन है

धूम मची हनुमान गाड़ी में
पवन पुत्रा का डेरा है
यहा की सुंदर शाम लगे
और पवन बड़ा सवेरा
कौशल अयोध्या धाम चलो
सॅंटो से मिटती उलझन है
गली गली गूँजती जो राम धुन है
राम भक्तो की ये ही धड़कन है



gali gali gunjti jo ram dhun hai

gali gali goonjati jo ram dhun hai
ram bhakto ki ye hi dhadakan hai
dukh me aata sukh jaataa
naam aayodhaya pavan hai


ram deevaane naach rahe hai
khushiyo ka din aaya hai
ram lalla ki jeet hue hai
sabaka maan harshaaya hai
banega mandir usasi jagah par
ab na koi adchan hai
gali gali goonjati jo ram dhun hai
ram bhakto ki ye hi dhadakan hai

dukh me aata sukh jaataa
naam aayodhaya pavan hai
sarayoo tat se ram ghaat tak
dekho gajab nazaara hai
poore avdh me goonjata haradam
ram naam ka naara hai
chaaro pahar yaha deep jale
jaise deevaali ka darpan hai
gali gali goonjati jo ram dhun hai
ram bhakto ki ye hi dhadakan hai

dhoom mchi hanuman gaadi me
pavan putra ka dera hai
yaha ki sundar shaam lage
aur pavan bada saveraa
kaushal ayodhaya dhaam chalo
sainto se mitati uljhan hai
gali gali goonjati jo ram dhun hai
ram bhakto ki ye hi dhadakan hai

gali gali goonjati jo ram dhun hai
ram bhakto ki ye hi dhadakan hai
dukh me aata sukh jaataa
naam aayodhaya pavan hai




gali gali gunjti jo ram dhun hai Lyrics





Bhajan Lyrics View All

बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे

New Bhajan Lyrics View All

आँख खुलते ही,
दर्शन हो जाए तेरा,
सतगुरु के चरणों में, बस मेरा ठिकाना है,
चरणों में छुपा तेरे, गुरु ज्ञान खजाना
पहले गौरी गणेश मनाया करो,
फिर भोले जी के दर्शन पाया करो॥
आज म्हारे आंगनिया में,
गौरी पुत्र आया जी,
अँखियाँ दे विच सोना श्याम वसदा,
किवे खोला मैं अँखियाँ,