Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

कैसे कहे हम श्याम बिन मन को

कैसे कहे हम श्याम बिन मन को आये न पल भर चैन
कहीयो उह्दो कान्हा जी से बरसात है नित नैन
कैसे कहे हम श्याम बिन मन को आये न पल भर चैन

ग्वाल बाल संग गाये चराए माखन मटकी फोड़ गिराए
कारी भर जोरी बहियाँ मरोड़ी बोलत है मरिगु वेन
कैसे कहे हम श्याम बिन मन को आये न पल भर चैन

सत भावा ललिता को रिजाये
निराकार सा कार दिखाए
रास रचाए संग राधिका
योगी बोगी को सहे
कैसे कहे हम श्याम बिन मन को आये न पल भर चैन

यमुना किनारे बंसी बजाये
कदम डारी चडी चीर चुराए
मुरली मधुर सुने मनमोहन बीते न दिन रेन
कैसे कहे हम श्याम बिन मन को आये न पल भर चैन



kaise kahe hum shyam bin man ko

kaise kahe ham shyaam bin man ko aaye n pal bhar chain
kaheeyo uhado kaanha ji se barasaat hai nit nain
kaise kahe ham shyaam bin man ko aaye n pal bhar chain


gvaal baal sang gaaye charaae maakhan mataki phod giraae
kaari bhar jori bahiyaan marodi bolat hai marigu ven
kaise kahe ham shyaam bin man ko aaye n pal bhar chain

sat bhaava lalita ko rijaaye
niraakaar sa kaar dikhaae
raas rchaae sang raadhikaa
yogi bogi ko sahe
kaise kahe ham shyaam bin man ko aaye n pal bhar chain

yamuna kinaare bansi bajaaye
kadam daari chadi cheer churaae
murali mdhur sune manamohan beete n din ren
kaise kahe ham shyaam bin man ko aaye n pal bhar chain

kaise kahe ham shyaam bin man ko aaye n pal bhar chain
kaheeyo uhado kaanha ji se barasaat hai nit nain
kaise kahe ham shyaam bin man ko aaye n pal bhar chain




kaise kahe hum shyam bin man ko Lyrics





Bhajan Lyrics View All

हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो

New Bhajan Lyrics View All

हे गणपति गिरिजानंदन हम ध्याये तुमको
सकल विघ्न करो दूर हमारो रखियो हमरी
मिश्री से मीठों नाम,
हमारी राधा रानी को,
तेरा प्यारा लगे दरबार, सजाया किसने
किसने माता... किसने माँ...
वो नाव कैसे चले जिसका कोई खेवनहार ना
तेरा गुणगान कसिए करूँ जहाँ पर तेरा
श्री मन नारायण नारायण हरि हरि,
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि,