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लम्बोर धाम में जो भी माँ का दर्शन करने आते हैं

लम्बोर धाम में जो भी माँ का दर्शन करने आते हैं
चरणों में शीश झुका के माँ का आशीष पाते हैं

मंगल गाये माँ को रिझाये महिमा है इनकी बड़ी
संकट हो या कष्ट सताए रहती है हर दम कड़ी
माँ की गड़ो में बैठ के सारे जीवन का सुख पाते हैं
चरणों में शीश झुका के माँ का आशीष पाते हैं

नवरात्र आया माँ ने लगाया दरबार अपना यहाँ
नर नारी परिवार भी आया मेला सा लगता यहाँ
जात जडूला करने दर पर दूर दोर्र से आते हैं
चरणों में शीश झुका के माँ का आशीष पाते हैं

डगमग डोले जिनकी नैया माँ का धयान लगाए
बांके मैया पल में खिवैया भव से पार लगाए
मन मंदिर में माँ की मूरत प्रेम से सारे सजाते हैं
चरणों में शीश झुका के माँ का आशीष पाते हैं

मनसा माता सा ना दाता विश्वास जो ये करे
खाली कोई दर से ना जाता पल में ये झोली भरे
बिट्टू ये सुनती है दिल की दिल से जो फरमाते हैं
चरणों में शीश झुका के माँ का आशीष पाते हैं



lambor dham me jo bhi maa ka darshan karne aate hai

lambor dhaam me jo bhi ma ka darshan karane aate hain
charanon me sheesh jhuka ke ma ka aasheesh paate hain


mangal gaaye ma ko rijhaaye mahima hai inaki badee
sankat ho ya kasht sataae rahati hai har dam kadee
ma ki gado me baith ke saare jeevan ka sukh paate hain
charanon me sheesh jhuka ke ma ka aasheesh paate hain

navaraatr aaya ma ne lagaaya darabaar apana yahaan
nar naari parivaar bhi aaya mela sa lagata yahaan
jaat jadoola karane dar par door dorr se aate hain
charanon me sheesh jhuka ke ma ka aasheesh paate hain

dagamag dole jinaki naiya ma ka dhayaan lagaae
baanke maiya pal me khivaiya bhav se paar lagaae
man mandir me ma ki moorat prem se saare sajaate hain
charanon me sheesh jhuka ke ma ka aasheesh paate hain

manasa maata sa na daata vishvaas jo ye kare
khaali koi dar se na jaata pal me ye jholi bhare
bittoo ye sunati hai dil ki dil se jo pharamaate hain
charanon me sheesh jhuka ke ma ka aasheesh paate hain

lambor dhaam me jo bhi ma ka darshan karane aate hain
charanon me sheesh jhuka ke ma ka aasheesh paate hain




lambor dham me jo bhi maa ka darshan karne aate hai Lyrics





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