मैं दीवानी तेरे दर्शन की हे मेरे गोपाल,
मीठी है बाते तेरी सुनी है राते मेरी आती है याद जब जब विरहे ने आन घेरी,
सुना सुना जीवन लगता सुना लगे संसार,हे मेरे गोपाल,
मैं दीवानी तेरे दर्शन की हे मेरे गोपाल,
मेरे सपनो में आजा आके दर्शन दिखा जा,
लगी विरहे की अगनी आके जल्दी बुजा जा,
उजड़े चमन में हे मन मोहन बन के आउ बाहर,हे मेरे गोपाल,
मैं दीवानी तेरे दर्शन की हे मेरे गोपाल,
जीवन की शाम आई झेली लम्भी जुदाई,
प्रेम के रोग में न कोई मिलती दवाई,
मधुर श्याम दर्शन बिन तेरे मैं हो गई बीमार ,हे मेरे गोपाल,
मैं दीवानी तेरे दर्शन की हे मेरे गोपाल,
maindeevaani tere darshan ki he mere gopaal
meethi hai baate teri suni hai raate meri aati hai yaad jab jab virahe ne aan gheri,
suna suna jeevan lagata suna lage sansaar,he mere gopaal,
maindeevaani tere darshan ki he mere gopaal
mere sapano me aaja aake darshan dikha ja,
lagi virahe ki agani aake jaldi buja ja,
ujade chaman me he man mohan ban ke aau baahar,he mere gopaal,
maindeevaani tere darshan ki he mere gopaal
jeevan ki shaam aai jheli lambhi judaai,
prem ke rog me n koi milati davaai,
mdhur shyaam darshan bin tere mainho gi beemaar ,he mere gopaal,
maindeevaani tere darshan ki he mere gopaal
maindeevaani tere darshan ki he mere gopaal