Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

जग झूठा झूठा लागे रे,
मेरा भोला सच्चा लागे

जग झूठा झूठा लागे रे,
मेरा भोला सच्चा लागे

सत्ये धर्म पर चले वाले दर दर ठोकर खाये,
चोर लफंगे मजा करेंगे झूठा मौज उड़ाए,
जग झूठा झूठा लागे रे.....

जवान बेटा घर में बैठे बुढो से काम कराये,
सास नींदे काम करे इन बहुए के मन भाये,
जग झूठा झूठा लागे रे.....

शर्म लगे मंदिर जाने में रोज सिनेमा जाए,
नाचे अंग और खेल तमाशा सब के मन को भाये,
जग झूठा झूठा लागे रे...

तू छोड़ न बंधन तोड़ न बंधन,
तू ही तू मेरा मेरा भोला तू मेरा शम्भू तू शिव शंकर तू मेरा,
जग झूठा झूठा लागे रे.......

तू घट घट वासी शिव कैलाशी हे वनवासी रे,
तू कष्ट हरे विषपान करे तू गंगाधारी रे,
जग झूठा झूठा लागे रे

तूने जग की विपता तारी रे तेरी किरपा सब से भार,
तेरे जैसा कोई दूजा न रे संवीन जो करे तेरी पूजा ,
जग झूठा झूठा लागे रे



mera bhola sacha laage

jag jhootha jhootha laage re,
mera bhola sachcha laage


satye dharm par chale vaale dar dar thokar khaaye,
chor lphange maja karenge jhootha mauj udaae,
jag jhootha jhootha laage re...

javaan beta ghar me baithe budho se kaam karaaye,
saas neende kaam kare in bahue ke man bhaaye,
jag jhootha jhootha laage re...

sharm lage mandir jaane me roj sinema jaae,
naache ang aur khel tamaasha sab ke man ko bhaaye,
jag jhootha jhootha laage re...

too chhod n bandhan tod n bandhan,
too hi too mera mera bhola too mera shambhoo too shiv shankar too mera,
jag jhootha jhootha laage re...

too ghat ghat vaasi shiv kailaashi he vanavaasi re,
too kasht hare vishapaan kare too gangaadhaari re,
jag jhootha jhootha laage re

toone jag ki vipata taari re teri kirapa sab se bhaar,
tere jaisa koi dooja n re sanveen jo kare teri pooja ,
jag jhootha jhootha laage re

jag jhootha jhootha laage re,
mera bhola sachcha laage




mera bhola sacha laage Lyrics





Bhajan Lyrics View All

वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥

New Bhajan Lyrics View All

किशोरी मोहे ऐसो बनाइयो मोर, नाचू ब्रज
मैं नाचू ब्रज की गली गली, नाचू ब्रज की
जिस घर में किर्तन राम रो बाबो आव
बाबो आव दोड़यो अरर बजरंग आव दोड़यों
साया बन के चलूँगी संग आपके,
ससुर संग ना रहूं ना रहूं बाप के...
मेरे मन के मंदिर में माँ वेगि आओ,
हृदय बीच आकर के आसन लगाओ,
मोरी टेर सुनो ब्रज के वासी,
ओ गोवर्धन गिरधारी