नैना तरसे बाँवरे, छवि दिखलाओ श्याम
मेरे अपने प्राण जी, हे नैनन अभिराम
हे नैनन अभिराम, नंद के लाल बिहारी
छोड़ जगत का सार, गहि अब शरण तिहारी
करो कृपा की कोर, सुना दो मीठी वैना
हरि सुना दो तान , बाँवरे तरसे नैना
माना मैं इस योग्य नहीं, कि तेरी कुछ कहलाऊँ
माना मैं इस योग्य नहीं, धर भेंट तुम्हें अपनाऊं
माना मैं इस योग्य नहीं, निज भाव तुम्हें समझाऊँ
मधुर तान नहीं, रूप मान नहीं, फिर कैसे तुम्हें रिझाऊँ
पर लोग कहें, मैं तेरी चाकर, मैं दर दर ठोकर खाऊँ
ना तरसा मेरे बांके प्रियतम, मैं तेरी हो इतराऊं
हरि कब होगा मिलन हमारा, हरि कब होगा मिलन हमारा
Naina tarse baanwre, chhavi dikhlao Shyam
Mere apne pran ji, Hey nainan abhiram
Hey nainan abhiram, Nand ke lal Bihari
Chhod jagat ka saar, gahi abb sharan tihari
Karo kripa ki kor, suna do mithi vaina
Hari suna do taan, baanwre tarse naina
Maana main iss yogya nahin, nij bhaav tumhein samjhaoon
Madhur taan nahin , roop maan nahin, fir kaise tumhein rijhaoon
Par log kahen main teri chakar, main dar - dar thokar khaoon.
Naa tarsa mere Baanke Priyatam, main teri ho itraaoon
Hari kab hoga milan hamara ......