Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

तुझे है शौक मिलने का

समदर्शी सतगुरु मिला दिया अविचल ज्ञान,
जहाँ देखो तहं एक ही, दूजा नाहीं आन।

समदर्शी सतगुरु किया, मेटा भरम विकार,
जहाँ देखो तहं एक ही, साहब का दीदार।

तुझे है शौक मिलने का,
तो हरदम लौ लगाता जा,
तुझे है शौक़ मिलने का,
तो हर दम लौ लगाता जा।

पकड़कर इश्क़ की झाड़ू,
सफा कर हर्ज-ए-दिल को ,
दुई की धूल को लेकर,
मुसल्ले पर उड़ाता जा।
तुझे है शौक़ मिलने का,
तो हर दम लौ लगाता जा।
   
तोड़कर फेंक दे तस्वीर,
किताबें डाल पानी में,
भूल से जो हुआ कुछ भी,
उसे दिल से भुलाता जा,
तुझे है शौक़ मिलने का,
तो हर दम लौ लगाता जा।

न मर भूखा ना रख रोजा,
ना जा मस्ज़िद में  कर सजदा,
वजू का तोड़कर कुंजा,
शराबे शौक पीता जा,
तुझे है शौक़ मिलने का,
तो हर दम लौ लगाता जा।

न हो मुल्ला ना बन ब्राह्मण,
दुई का तर्क कर झगड़ा,
हुक्म है शाह कलन्दर का,
अनलहक तू  सुनाता जा,
तुझे है शौक़ मिलने का,
तो हर दम लौ लगाता जा।



tujhe hai shok milne ka

samadarshi sataguru mila diya avichal gyaan,
jahaan dekho tahan ek hi, dooja naaheen aan


samadarshi sataguru kiya, meta bharam vikaar,
jahaan dekho tahan ek hi, saahab ka deedaar

tujhe hai shauk milane ka,
to haradam lau lagaata ja,
tujhe hai shauk milane ka,
to har dam lau lagaata jaa

pakadakar ishk ki jhaadoo,
spha kar harjedil ko ,
dui ki dhool ko lekar,
musalle par udaata jaa
tujhe hai shauk milane ka,
to har dam lau lagaata jaa
   
todakar phenk de tasveer,
kitaaben daal paani me,
bhool se jo hua kuchh bhi,
use dil se bhulaata ja,
tujhe hai shauk milane ka,
to har dam lau lagaata jaa

n mar bhookha na rkh roja,
na ja maszid me  kar sajada,
vajoo ka todakar kunja,
sharaabe shauk peeta ja,
tujhe hai shauk milane ka,
to har dam lau lagaata jaa

n ho mulla na ban braahaman,
dui ka tark kar jhagada,
hukm hai shaah kalandar ka,
analahak too  sunaata ja,
tujhe hai shauk milane ka,
to har dam lau lagaata jaa

samadarshi sataguru mila diya avichal gyaan,
jahaan dekho tahan ek hi, dooja naaheen aan




tujhe hai shok milne ka Lyrics





Bhajan Lyrics View All

बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे

New Bhajan Lyrics View All

ऐहसान तेरा कैसे उतारे,
जीते है बाबा हम तो तेरे सहारे,
जबसे देखा है तेरा ये दर,
आता ना है मुझे कुछ नज़र,
लभ दो जी लभ दो,
साडी मैया कित्थे लभ दो॥
साई बाबा तुझपे हमे ऐतबार,
रहेगा तेरा यूँही हमपे ये प्यार,
मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनियाँ क्या जाने