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चले गये सतगुरू, कौंंन से जहांन में
रहता है कैसे शिष्य,गुरू बिन जहांन में

चले गये सतगुरू, कौंंन से जहांन में
रहता है कैसे शिष्य,गुरू बिन जहांन में
डुडंता फिरूं उन्हें में,अब कहां कहां में
चले गये सतगुरू...


गलि कुचे डुंड फिरा,पाया पता ना
चले गये कौंन देस,हमको पता ना
छोड़ मझधार फिर भी, रख़ा ख़्याल है
चले गये सतगुरू...

श्यामा श्याम रटते रटते, जीवन की शाम आई
अन्तं समय में मेरे, यही गंगा काम आई
रसिका को पागल, बनाया इस जहांन में
चले गये सतगुरू...

चले गये सतगुरू, कौंंन से जहांन में
रहता है कैसे शिष्य,गुरू बिन जहांन में
डुडंता फिरूं उन्हें में,अब कहां कहां में
चले गये सतगुरू...




chale gaye sataguroo, kaunnn se jahaann me
rahata hai kaise shishy,guroo bin jahaann me

chale gaye sataguroo, kaunnn se jahaann me
rahata hai kaise shishy,guroo bin jahaann me
dudanta phiroon unhen me,ab kahaan kahaan me
chale gaye sataguroo...


gali kuche dund phira,paaya pata naa
chale gaye kaunn des,hamako pata naa
chhod mjhdhaar phir bhi, rakaha kahayaal hai
chale gaye sataguroo...

shyaama shyaam ratate ratate, jeevan ki shaam aaee
antan samay me mere, yahi ganga kaam aaee
rasika ko paagal, banaaya is jahaann me
chale gaye sataguroo...

chale gaye sataguroo, kaunnn se jahaann me
rahata hai kaise shishy,guroo bin jahaann me
dudanta phiroon unhen me,ab kahaan kahaan me
chale gaye sataguroo...








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