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तुम रूठ गए जो मुझसे क्या हाल हमारा होगा,
मेरे श्याम बिछड़ कर तुमसे एक पल ना गुज़ारा होगा...

तुम रूठ गए जो मुझसे क्या हाल हमारा होगा,
मेरे श्याम बिछड़ कर तुमसे एक पल ना गुज़ारा होगा...


मेरे सपनो की दुनिया तो तेरे दम से रौशन होती,
मेरे घर आँगन में तेरी कृपा की जलती ज्योति,
मैं रोज़ दिवाली मनाऊं जो तेरा सहारा होगा,
मेरे श्याम बिछड़ कर तुमसे एक पल ना गुज़ारा होगा...

मैंने सांसों की माला में तेरे नाम के मोती पिरोये,
तेरे रहमो करम पे नैना जाने कितनी बार भिगोये,
गुज़रेगा हंस कर जीवन जो साथ तुम्हारा होगा,
मेरे श्याम बिछड़ कर तुमसे एक पल ना गुज़ारा होगा...

पिछले जन्मो के मेरे सत्कर्मो का ये फल है,
मेरे दामन में खुशियों की अब होने लगी हलचल है,
तू चोखानी से रूठे हरगिज़ ना गवारा होगा,
मेरे श्याम बिछड़ कर तुमसे एक पल ना गुज़ारा होगा...

तुम रूठ गए जो मुझसे क्या हाल हमारा होगा,
मेरे श्याम बिछड़ कर तुमसे एक पल ना गुज़ारा होगा...




tum rooth ge jo mujhase kya haal hamaara hoga,
mere shyaam bichhad kar tumase ek pal na guzaara hogaa...

tum rooth ge jo mujhase kya haal hamaara hoga,
mere shyaam bichhad kar tumase ek pal na guzaara hogaa...


mere sapano ki duniya to tere dam se raushan hoti,
mere ghar aangan me teri kripa ki jalati jyoti,
mainroz divaali manaaoon jo tera sahaara hoga,
mere shyaam bichhad kar tumase ek pal na guzaara hogaa...

mainne saanson ki maala me tere naam ke moti piroye,
tere rahamo karam pe naina jaane kitani baar bhigoye,
guzarega hans kar jeevan jo saath tumhaara hoga,
mere shyaam bichhad kar tumase ek pal na guzaara hogaa...

pichhale janmo ke mere satkarmo ka ye phal hai,
mere daaman me khushiyon ki ab hone lagi halchal hai,
too chokhaani se roothe haragiz na gavaara hoga,
mere shyaam bichhad kar tumase ek pal na guzaara hogaa...

tum rooth ge jo mujhase kya haal hamaara hoga,
mere shyaam bichhad kar tumase ek pal na guzaara hogaa...








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