Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

सुबह सुबह जब आँखें खोलो,
प्रेम से बोलो बस एक नाम...

सुबह सुबह जब आँखें खोलो,
प्रेम से बोलो बस एक नाम...
जय जय राम जय जय राम...


कौशल्या की आँख के तारे,
दशरथ नंदन करुणा निधान...
जय जय राम जय जय राम...

सिया राम की करो वंदना,
फिर बोलो जय जय हनुमान...
जय जय राम जय जय राम...

परम कृपाला दीन दयाला,
बिगड़े बनावे सबके काम...
जय जय राम जय जय राम...

सुबह सुबह जब आँखें खोलो,
प्रेम से बोलो बस एक नाम...
जय जय राम जय जय राम...




subah subah jab aankhen kholo,
prem se bolo bas ek naam...

subah subah jab aankhen kholo,
prem se bolo bas ek naam...
jay jay ram jay jay ram...


kaushalya ki aankh ke taare,
dsharth nandan karuna nidhaan...
jay jay ram jay jay ram...

siya ram ki karo vandana,
phir bolo jay jay hanuman...
jay jay ram jay jay ram...

param kripaala deen dayaala,
bigade banaave sabake kaam...
jay jay ram jay jay ram...

subah subah jab aankhen kholo,
prem se bolo bas ek naam...
jay jay ram jay jay ram...








Bhajan Lyrics View All

शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख

New Bhajan Lyrics View All

फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी
कहियो नंदरानी से कहियो नंदरानी से,
देखो जरा देखो ये खाटू के नज़ारे,
आते हैं यहां पे सभी हारे के सहारे,
डर लागै डर लागै माँ काली तेरे तै डर
मैया री मन्ने डर लागै...
हमको इस जहाँ से प्यारा,
लगता नाम है तुम्हारा,
मेहरावाली ज्योतावाली मेरी मईया