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तू श्याम का सुमिंरन कर, सब दुख कट जायेगा,
यही श्याम नाम तुझको, भव पार लगायेगा...

तू श्याम का सुमिंरन कर, सब दुख कट जायेगा,
यही श्याम नाम तुझको, भव पार लगायेगा...


मिथ्या जग में कबसे, तूं पगले रहा है बोल,
तूं इनकी शरंण आके, हाथों जोड़‌ के बोल,
ये दास तुम्हारा अब, कहीं ओर ना जायेगा,
यही श्याम नाम तुझको भव पार लगायेगा,
तू श्याम का सुमिंरन कर...

कैसा भी समय आये कैसी भी घड़ी आये,
सच्चे हृदय से जो, सुमिरन इनका गाये,
हर विपदा में उसका, वो साथ निभायेगा,
यही शाम नाम तुझको भव पार लगायेगा,
तू श्याम का सुमिंरन कर...

कब जानें ढल जाये, दो पल का है जीवन,
भगवान के चरनों में, करदे तूं इसे अर्पंण,
तेरे साथ में बस केवल, यही नाम ही जायेगा,
यही शाम नाम तुझको भव पार लगायेगा,
तू श्याम का सुमिंरन कर...

तू श्याम का सुमिंरन कर, सब दुख कट जायेगा,
यही श्याम नाम तुझको, भव पार लगायेगा...




too shyaam ka suminran kar, sab dukh kat jaayega,
yahi shyaam naam tujhako, bhav paar lagaayegaa...

too shyaam ka suminran kar, sab dukh kat jaayega,
yahi shyaam naam tujhako, bhav paar lagaayegaa...


mithya jag me kabase, toon pagale raha hai bol,
toon inaki sharann aake, haathon jod ke bol,
ye daas tumhaara ab, kaheen or na jaayega,
yahi shyaam naam tujhako bhav paar lagaayega,
too shyaam ka suminran kar...

kaisa bhi samay aaye kaisi bhi ghadi aaye,
sachche haraday se jo, sumiran inaka gaaye,
har vipada me usaka, vo saath nibhaayega,
yahi shaam naam tujhako bhav paar lagaayega,
too shyaam ka suminran kar...

kab jaanen dhal jaaye, do pal ka hai jeevan,
bhagavaan ke charanon me, karade toon ise arpann,
tere saath me bas keval, yahi naam hi jaayega,
yahi shaam naam tujhako bhav paar lagaayega,
too shyaam ka suminran kar...

too shyaam ka suminran kar, sab dukh kat jaayega,
yahi shyaam naam tujhako, bhav paar lagaayegaa...




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