Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया,
मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया,

मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया,
मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया,
तूने व्यर्थ गँवाया तो मैं क्या करूँ।
देर ना हो जाए, सुनों देर ना हो जाए।

मैंने सुंदर सुद्ध मन जगत को दिया,
फिर भी निंदा ही भाए तो मैं क्या करूँ,
सबसे मिलना ही रहना मेरा रूप है
तुझको दूरी ही भाए तो मैं क्या करूँ,
देर ना हो जाए, सुनों देर ना हो जाए।

मूल्य वेदों का मैंने बता ही दिया,
आचरण में ना आए तो में क्या करूँ,
जनम लेना या देना बराबर समझ
कष्ट पर कष्ट उठाए तो में क्या करूँ,
देर ना हो जाए, सुनों देर ना हो जाए।

तुझे सतगुरु दिया और साथी दिए,
फिर भी सत्संग ना आए तो में क्या करूँ,
जांकि जैसी लगन वो ही पाए मुझे,
ना करे खोज मेरी तो में क्या करूँ ,
देर ना हो जाए, सुनों देर ना हो जाए।

मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया,
मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया,
तूने व्यर्थ गँवाया तो मैं क्या करूँ।
देर ना हो जाए, सुनों देर ना हो जाए।



mainne maanush janam tujhako heera diya,
mainne maanush janam tujhako heera diya,
toone

mainne maanush janam tujhako heera diya,
mainne maanush janam tujhako heera diya,
toone vyarth ganvaaya to mainkya karoon.
der na ho jaae, sunon der na ho jaae.

mainne sundar suddh man jagat ko diya,
phir bhi ninda hi bhaae to mainkya karoon,
sabase milana hi rahana mera roop hai
tujhako doori hi bhaae to mainkya karoon,
der na ho jaae, sunon der na ho jaae.

mooly vedon ka mainne bata hi diya,
aacharan me na aae to me kya karoon,
janam lena ya dena baraabar samjh
kasht par kasht uthaae to me kya karoon,
der na ho jaae, sunon der na ho jaae.

tujhe sataguru diya aur saathi die,
phir bhi satsang na aae to me kya karoon,
jaanki jaisi lagan vo hi paae mujhe,
na kare khoj meri to me kya karoon ,
der na ho jaae, sunon der na ho jaae.

mainne maanush janam tujhako heera diya,
mainne maanush janam tujhako heera diya,
toone vyarth ganvaaya to mainkya karoon.
der na ho jaae, sunon der na ho jaae.







Bhajan Lyrics View All

शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥

New Bhajan Lyrics View All

कहा जाये वीणा बजाये शारदे भक्त तेरे
हम दीन हीन अज्ञान भवानी हम झोली फैलाये
जय हो अम्बे मैया,
तेरी आरती उतारू माँ,
मैया कलम दवात हथ तेरे, के चंगे साडे लेख
करा बन्दगी मैं शाम सेवरे, के चंगे साडे
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने,
वही यह सृष्टि चला रहे हैं,
बँदगी दुख तमाम हरती है,
ओषधी का काम,