Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

राजा राम आइये प्रभू राम आइये,
मेरे भोजन का भोग लगाइये...

राजा राम आइये प्रभू राम आइये,
मेरे भोजन का भोग लगाइये...


आचमनी अर्घा आरती यहाँ यही मेहमानी,
रुखी रोटी पाओ प्रेम से पियो नदी का पानी,
राजा राम आइये प्रभू राम आइये,
मेरे भोजन को भोग लगाइये...

भूल करोगे यदि तज दोगे भोजन रुखी सुखे,
एकादशी आज मन्दिर में बैठे रहोगे भूखे,
हो राजा राम आइये प्रभू राम आइये,
मेरे भोजन को भोग लगाइये...

राजा राम आइये प्रभू राम आइये,
मेरे भोजन का भोग लगाइये...




raaja ram aaiye prbhoo ram aaiye,
mere bhojan ka bhog lagaaiye...

raaja ram aaiye prbhoo ram aaiye,
mere bhojan ka bhog lagaaiye...


aachamani argha aarati yahaan yahi mehamaani,
rukhi roti paao prem se piyo nadi ka paani,
raaja ram aaiye prbhoo ram aaiye,
mere bhojan ko bhog lagaaiye...

bhool karoge yadi taj doge bhojan rukhi sukhe,
ekaadshi aaj mandir me baithe rahoge bhookhe,
ho raaja ram aaiye prbhoo ram aaiye,
mere bhojan ko bhog lagaaiye...

raaja ram aaiye prbhoo ram aaiye,
mere bhojan ka bhog lagaaiye...








Bhajan Lyrics View All

मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।

New Bhajan Lyrics View All

वस गई जम्मुआ दीया धारा ओ मातारानी
मनदा जगत जो सारा ओ मातारानी मेरी,
ओ श्याम बाबा मेरी बिगड़ी बना दे,
ओ श्याम बाबा...
ओर कहीं ना जायें, ओर कहीं ना जायें,
बृज़ रजधानी छोड़ कर, ओर कहीं ना जाये...
मोरी टेर सुनो ब्रज के वासी,
ओ गोवर्धन गिरधारी
हम आये तेरी शरण,
तुझको है लाखो नमन,