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ले रघुवर का नाम नर तर जाएगा,
भजन बिना भव सिंधु में गोता खाएगा॥

ले रघुवर का नाम नर तर जाएगा,
भजन बिना भव सिंधु में गोता खाएगा॥


संसार है जलती ज्वाला इस ज्वाला से बच कर रहना,
जल जाए कहीं ना दामन पग संभल संभल के रखना,
नहीं तो पछतायेगा भजन बिना भव सिंधु में गोता खाएगा,
ले रघुवर का नाम...

सूत नारी मातपिता भाई सब जीते जी के सहाई,
स्वार्थ के हैं सब साथी कोई संग तेरे ना जाई,
काल जब आएगा भजन बिना भव सिंधु में गोता खाएगा,
ले रघुवर का नाम...

लख चौरासी भुगत के बंदे तूने मानव तन यह पाया,
माया में फस कर तूने फिर प्रभु का नाम बुलाया,
तभी तो पछतायेगा भजन बिना भर सिंधु में गोता खाएगा,
ले रघुवर का नाम...

ले रघुवर का नाम नर तर जाएगा,
भजन बिना भव सिंधु में गोता खाएगा॥




le rghuvar ka naam nar tar jaaega,
bhajan bina bhav sindhu me gota khaaegaa..

le rghuvar ka naam nar tar jaaega,
bhajan bina bhav sindhu me gota khaaegaa..


sansaar hai jalati jvaala is jvaala se bch kar rahana,
jal jaae kaheen na daaman pag sanbhal sanbhal ke rkhana,
nahi to pchhataayega bhajan bina bhav sindhu me gota khaaega,
le rghuvar ka naam...

soot naari maatapita bhaai sab jeete ji ke sahaai,
svaarth ke hain sab saathi koi sang tere na jaai,
kaal jab aaega bhajan bina bhav sindhu me gota khaaega,
le rghuvar ka naam...

lkh chauraasi bhugat ke bande toone maanav tan yah paaya,
maaya me phas kar toone phir prbhu ka naam bulaaya,
tbhi to pchhataayega bhajan bina bhar sindhu me gota khaaega,
le rghuvar ka naam...

le rghuvar ka naam nar tar jaaega,
bhajan bina bhav sindhu me gota khaaegaa..








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