वन वन फिरत अकेले राम अपना नहीं कोई...
सास के जाए जेठ मेरे होते...
लाज घुंघट कर लेती राम अपना नाहै कोई,
वन वन फिरत अकेले राम अपना नहीं कोई...
सास के जाए देवर मेरे होते...
मन की बदला लेती राम अपना नाहै कोई,
वन वन फिरत अकेले राम अपना नहीं कोई...
सास की जाई ननद मेरे होती...
झुकके पैर पढ़ लेती राम अपनों नाहै कोई,
वन वन फिरत अकेले राम अपना नहीं कोई...
मां के जाए बिरन मेरे होते...
माथे तिलक कर देती राम अपना नाहै कोई,
वन वन फिरत अकेले राम अपना नहीं कोई...
कोख के जाए लाल मेरे होते...
लाड प्यार कर लेती राम अपना नाहै कोई,
वन वन फिरत अकेले राम अपना नहीं कोई...
वन वन फिरत अकेले राम अपना नहीं कोई...
van van phirat akele ram apana nahi koi...
saas ke jaae jeth mere hote...
laaj ghunghat kar leti ram apana naahai koi,
van van phirat akele ram apana nahi koi...
saas ke jaae devar mere hote...
man ki badala leti ram apana naahai koi,
van van phirat akele ram apana nahi koi...
saas ki jaai nanad mere hoti...
jhukake pair padah leti ram apanon naahai koi,
van van phirat akele ram apana nahi koi...
maan ke jaae biran mere hote...
maathe tilak kar deti ram apana naahai koi,
van van phirat akele ram apana nahi koi...
kokh ke jaae laal mere hote...
laad pyaar kar leti ram apana naahai koi,
van van phirat akele ram apana nahi koi...
van van phirat akele ram apana nahi koi...