Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

श्याम सुंदर से बोली मुरलिया,
तुम बजाने के काबिल नहीं हो,

श्याम सुंदर से बोली मुरलिया,
तुम बजाने के काबिल नहीं हो,
तेरी आदत बुरी है कन्हैया,
साथ रहने के काबिल नहीं हो...


मैं तो सीधे बांस की बाँसुरिया,
तुम तो टेढ़े हो मेरे सांवरिया,
तुम तो नटखट हो बांके सांवरिया ,
मुंह लगाने के काबिल नहीं हो,
श्याम सुंदर से बोली मुरलिया...

तुम तो बन बन मैं गैया चराते,
और घर घर में माखन चुराते,
तुमको चोरी की आदत बुरी है,
घर बुलाने के काबिल नहीं हो,
श्याम सुंदर से बोली मुरलिया...

तुम तो जमुना तट पर जाते,
और सखियों का चीर चुराते,
सारी गोपियों के दिल को दुखाते,
दिल लगाने के काबिल नहीं हो,
श्याम सुंदर से बोली मुरलिया...

मेरी गोरी है राधा सहेली,
तुम तो काले हो मेरे सांवरिया,
तुमरे दो दो बाप दो दो मैया,
मेरी राधा के काबिल नहीं हो,
श्याम सुंदर से बोली मुरलिया...

श्याम सुंदर से बोली मुरलिया,
तुम बजाने के काबिल नहीं हो,
तेरी आदत बुरी है कन्हैया,
साथ रहने के काबिल नहीं हो...




shyaam sundar se boli muraliya,
tum bajaane ke kaabil nahi ho,

shyaam sundar se boli muraliya,
tum bajaane ke kaabil nahi ho,
teri aadat buri hai kanhaiya,
saath rahane ke kaabil nahi ho...


mainto seedhe baans ki baansuriya,
tum to tedahe ho mere saanvariya,
tum to natkhat ho baanke saanvariya ,
munh lagaane ke kaabil nahi ho,
shyaam sundar se boli muraliyaa...

tum to ban ban maingaiya charaate,
aur ghar ghar me maakhan churaate,
tumako chori ki aadat buri hai,
ghar bulaane ke kaabil nahi ho,
shyaam sundar se boli muraliyaa...

tum to jamuna tat par jaate,
aur skhiyon ka cheer churaate,
saari gopiyon ke dil ko dukhaate,
dil lagaane ke kaabil nahi ho,
shyaam sundar se boli muraliyaa...

meri gori hai radha saheli,
tum to kaale ho mere saanvariya,
tumare do do baap do do maiya,
meri radha ke kaabil nahi ho,
shyaam sundar se boli muraliyaa...

shyaam sundar se boli muraliya,
tum bajaane ke kaabil nahi ho,
teri aadat buri hai kanhaiya,
saath rahane ke kaabil nahi ho...








Bhajan Lyrics View All

बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया

New Bhajan Lyrics View All

कहे श्री राम सुनो हनुमान जाओ संजीवन ले
लक्ष्मण के बचा लो प्राण जाओ संजीवन ले
रो रो कर श्याम तुम्हे आवाज़ लगाता हूँ,
क्यों सुनते नहीं मोहन मैं तुमको
घिरता हूँ जब मुश्किल में,
जब दर्द से दिल भर जाता है,
कहते हैं सब वेद पुराण,
सुनो लगा कर तुम भी ध्यान,
श्याम के दरबार से,
खाली नहीं जाएंगे,