Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

श्री राम प्रभु का क्या कहना,
वो प्रीत की रीत निभाते है,

श्री राम प्रभु का क्या कहना,
वो प्रीत की रीत निभाते है,
शबरी के झूठे बेर प्रभु,
बड़े भाव चाव से खाते है,
श्री राम प्रभु का क्या कहना...


संग सीता लखन है, गंगा पार जाना है,
भक्त केवट को तारने का ये बहाना है,
राम के चरणों का दीवाना वो पुराना है,
चरण धोके उसे चरणामृत भी पाना है,
श्री राम प्रभु का क्या कहना...

लगन हनुमान जी ने राम से लगाई थी,
राम का नाम जपके भक्ति ऐसी पाई थी,
करी बजरंगी की प्रभु जी ने बढ़ाई थी,
राम सीता की मूरत सीने में भी पाई थी,
श्री राम प्रभु का क्या कहना...

राम का नाम साँचा प्रीत जग की झूठी है,
राम से दूर जो तकदीर उसकी फूटी है,
अलग जो राम से सांस इक छुटी है,
सदा भूलन ने राम नाम घुट घुटी है,
श्री राम प्रभु का क्या कहना...

श्री राम प्रभु का क्या कहना,
वो प्रीत की रीत निभाते है,
शबरी के झूठे बेर प्रभु,
बड़े भाव चाव से खाते है,
श्री राम प्रभु का क्या कहना...




shri ram prbhu ka kya kahana,
vo preet ki reet nibhaate hai,

shri ram prbhu ka kya kahana,
vo preet ki reet nibhaate hai,
shabari ke jhoothe ber prbhu,
bade bhaav chaav se khaate hai,
shri ram prbhu ka kya kahanaa...


sang seeta lkhan hai, ganga paar jaana hai,
bhakt kevat ko taarane ka ye bahaana hai,
ram ke charanon ka deevaana vo puraana hai,
charan dhoke use charanaamarat bhi paana hai,
shri ram prbhu ka kya kahanaa...

lagan hanuman ji ne ram se lagaai thi,
ram ka naam japake bhakti aisi paai thi,
kari bajarangi ki prbhu ji ne badahaai thi,
ram seeta ki moorat seene me bhi paai thi,
shri ram prbhu ka kya kahanaa...

ram ka naam saancha preet jag ki jhoothi hai,
ram se door jo takadeer usaki phooti hai,
alag jo ram se saans ik chhuti hai,
sada bhoolan ne ram naam ghut ghuti hai,
shri ram prbhu ka kya kahanaa...

shri ram prbhu ka kya kahana,
vo preet ki reet nibhaate hai,
shabari ke jhoothe ber prbhu,
bade bhaav chaav se khaate hai,
shri ram prbhu ka kya kahanaa...




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
Key Importance Of Bhav And Ras In Krishna BhaktiWhat Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?The Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCONWhy Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]



Bhajan Lyrics View All

जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,

New Bhajan Lyrics View All

मेरे साईयां वे, मैं तेरी हो के नची आँ,
तेरी हो के नची आँ, मैं तेरी हो के नची आँ,
मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में,
हर पल ध्यान में मगन में रहते ऐसे मेरे
ये वो चुरू का दरबार है,
जहाँ मिलता सदा प्यार है,
डमरू वाले डमरू बजा,
तेरे सेवक बुलाते हैं आ,
मैं झंडेवाली दा दीवाना हां, जीदा जग ए
जीना है एना दे दर ते और एथे मर जाना है,