हर तरफ साई का रंग फैला,
दुनिया उनके रंग में ही रंगी है,
आओ चरणों में सर को झुका लो,
मेरे साई की शिरडी सजी है
मेरा साई कर्म का है सागर,
वो बदलता है सबका मुक़द्दर,
इनके चरणों में जो कोई आया,
सोई किस्मत उसकी जगी है,
आओ चरणों में सर को झुका लो,
मेरे साई की शिरडी सजी है
एक ही रब्ब का करता इशारा,
हर मजहब है साई को प्यारा,
इनके चरणों में जो कोई आया,
सोई किस्मत उसकी जगी है,
आओ चरणों में सर को झुका लो,
मेरे साई की शिरडी सजी है
हर तरफ साई का रंग फैला,
दुनिया उनके रंग में ही रंगी है,
आओ चरणों में सर को झुका लो,
मेरे साई की शिरडी सजी है
har tarph saai ka rang phaila,
duniya unake rang me hi rangi hai,
aao charanon me sar ko jhuka lo,
mere saai ki shiradi saji hai
mera saai karm ka hai saagar,
vo badalata hai sabaka mukaddar,
inake charanon me jo koi aaya,
soi kismat usaki jagi hai,
aao charanon me sar ko jhuka lo,
mere saai ki shiradi saji hai
ek hi rabb ka karata ishaara,
har majahab hai saai ko pyaara,
inake charanon me jo koi aaya,
soi kismat usaki jagi hai,
aao charanon me sar ko jhuka lo,
mere saai ki shiradi saji hai
har tarph saai ka rang phaila,
duniya unake rang me hi rangi hai,
aao charanon me sar ko jhuka lo,
mere saai ki shiradi saji hai