Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

दो अक्षर का बोल है राम नाम अनमोल है

दो अक्षर का बोल है राम नाम अनमोल है,
मन को पावन करने वाला ये अमृत का घोल है
दो अक्षर का बोल है राम नाम अनमोल है,

त्याग तपस्या राम से सीखो और सेवा हनुमान से
राम है मर्यादा पुरशोतम जपो इन्हें समान से
दाम लगे न मोल है राम नाम अनमोल है
दो अक्षर का बोल है राम नाम अनमोल है,

राम नाम सिमरन कर ने से खुले भगती का द्वार है
राम नाम रस पीने वाले होते भव से पार है
मंगल कारी बोल है राम नाम अनमोल है
दो अक्षर का बोल है राम नाम अनमोल है,

रघुनंद है दया के सागर सदा किरपा बरसाते है
विपदा में जब राम हो तो स्वयम दोड कर आते है
हित कारे ये बोल है राम नाम अनमोल है
दो अक्षर का बोल है राम नाम अनमोल है,



do akshar ka bol hai ram nam anmol hai

do akshr ka bol hai ram naam anamol hai,
man ko paavan karane vaala ye amarat ka ghol hai
do akshr ka bol hai ram naam anamol hai


tyaag tapasya ram se seekho aur seva hanuman se
ram hai maryaada purshotam japo inhen samaan se
daam lage n mol hai ram naam anamol hai
do akshr ka bol hai ram naam anamol hai

ram naam simaran kar ne se khule bhagati ka dvaar hai
ram naam ras peene vaale hote bhav se paar hai
mangal kaari bol hai ram naam anamol hai
do akshr ka bol hai ram naam anamol hai

rghunand hai daya ke saagar sada kirapa barasaate hai
vipada me jab ram ho to svayam dod kar aate hai
hit kaare ye bol hai ram naam anamol hai
do akshr ka bol hai ram naam anamol hai

do akshr ka bol hai ram naam anamol hai,
man ko paavan karane vaala ye amarat ka ghol hai
do akshr ka bol hai ram naam anamol hai




do akshar ka bol hai ram nam anmol hai Lyrics





Bhajan Lyrics View All

हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे

New Bhajan Lyrics View All

घर मे पधारौ गजानंद जी मेरे घर में
रिध्धी सिध्धी लेके आओ गणराजा,
उंचा पर्वत थी आवो ने भैरूजी,
दुखड़ा म्हारा थे दादा निवारजो,
पता दे कोई मुझको,
मेरे प्रभु का दरबार कहां होगा,
हो मईया तेरा करू गुणगान, कब दर्शन देने
कब दर्शन देने आवे, कब दर्श दिखाने आवे,
बड़ी करुणामयी श्यामा,
ये है सरकार दीनो की,