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Baba Mere Dwar Se Tere
Maine Sab Sukh Paye

Baba Mere Dwar Se Tere
Maine Sab Sukh Paye
Ek Tamanna Aur Hai Meri
Dil Mein Naa Reh Jaaye

Ghanti Ban Ke Tang Jau
Shyam Tere Mandir Mein



Ghanti Ban Ke Tang Jau
Shyam Tere Mandir Mein

Teri Bhakti Mein Rang Jau
Shyam Tere Mandir Mein

Ghanti Ban Ke Tang Jau
Shyam Tere Mandir Mein

Shyam Jab Severa Ho
Darsh Pahle Tera Ho

Suraj Se Pehle Jaagu
Bus Itni Seva Mangu

Tujhe Prem Se Roj Jagau
Shyam Tere Mandir Mein

Ghanti Ban Ke Tang Jau
Shyam Tere Mandir Mein

Sar Pe Teri Chhaya Ho
Hoto Jag Paraya Ho

Har Shwas Mein Lu Main Naam Tera
Kabhi Chhodu Naa Kabhi Dar Tera

Main Saari Umar Beetau
Shyam Tere Mandir Mein

Ghanti Ban Ke Tang Jau
Shyam Tere Mandir Mein

Shyam Hai Meri Arji
Chahiye Teri Marji
Karde Sapna Sakaar Mera
Hai Bahut Bada Darbar Tera
Jaha Kahe Wahi Lag Jau
Jaha Kahe Wahi Lag Jau
Shyam Tere Mandir Mein

Ghanti Ban Ke Tang Jau
Shyam Tere Mandir Mein



Ghanti Ban Ke Tang Jau Shyam Tere Mandir Mein By Kumar Vishu

bab mere dwar se tere
maine sab sukah paye
ek tamanan aur hai meri
dil mein na reh jaaye

ghanati ban ke tanag jau
shayam tere manadir mein



ghanati ban ke tanag jau
shayam tere manadir mein

teri bhakati mein ranag jau
shayam tere manadir mein

ghanati ban ke tanag jau
shayam tere manadir mein

shayam jab sever ho
darasah pahale ter ho

suraj se pehale jaagu
bus itani sev managu

tujahe prem se roj jagau
shayam tere manadir mein

ghanati ban ke tanag jau
shayam tere manadir mein

sar pe teri chahay ho
hoto jag paray ho

har shawas mein lu main naam tera
kabahi chahodu na kabahi dar ter

main saari umar beetau
shayam tere manadir mein

ghanati ban ke tanag jau
shayam tere manadir mein

shayam hai meri araji
chahiye teri maraji
karade sapan sakaar mera
hai bahut bad darabar tera
jah kahe wahi lag jau
jah kahe wahi lag jau
shayam tere manadir mein

ghanati ban ke tanag jau
shayam tere manadir mein







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