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जब से मिली शरण के मेरे दिन बदल गए

खाटू जो पोंचा पहली वार मन को लुभाया ये दरबार,
कुक सी दिल में उठने लगी श्याम से हो गया मुझको प्यार
झुक कर किया नमन
झुक कर किया नमन के मेरे दिन बदल गए
जब से मिली शरण के मेरे दिन बदल गए,

श्याम ने सिर पर हाथ धरा भोज मेरे सिर का उतरा
किरपा श्याम ने बरसाई भाग हो गया हर भरा
मेहका मेरा चमन के मेरे दिन बदल गए
झुक कर किया नमन

अब जीवन में मस्ती है मेरी सुखी गरसति है
जो आनंद मैं लेता हु
दुनिया उसे तरसती है
रहता हु मैं मगन के मेरे दिन बदल गए
झुक कर किया नमन

श्याम के दर पे जाता हु कुछ लेकर ही आता हु
बिन्नू केहता है इसी लिए श्याम तराने गाता हु
करता हु मैं भजन के मेरे दिन बदल गए
झुक कर किया नमन



jab se mili sharn ke mere din badal gaye

khatu jo poncha pahali vaar man ko lubhaaya ye darabaar,
kuk si dil me uthane lagi shyaam se ho gaya mujhako pyaar
jhuk kar kiya naman
jhuk kar kiya naman ke mere din badal ge
jab se mili sharan ke mere din badal ge


shyaam ne sir par haath dhara bhoj mere sir ka utaraa
kirapa shyaam ne barasaai bhaag ho gaya har bharaa
mehaka mera chaman ke mere din badal ge
jhuk kar kiya naman

ab jeevan me masti hai meri sukhi garasati hai
jo aanand mainleta hu
duniya use tarasati hai
rahata hu mainmagan ke mere din badal ge
jhuk kar kiya naman

shyaam ke dar pe jaata hu kuchh lekar hi aata hu
binnoo kehata hai isi lie shyaam taraane gaata hu
karata hu mainbhajan ke mere din badal ge
jhuk kar kiya naman

khatu jo poncha pahali vaar man ko lubhaaya ye darabaar,
kuk si dil me uthane lagi shyaam se ho gaya mujhako pyaar
jhuk kar kiya naman
jhuk kar kiya naman ke mere din badal ge
jab se mili sharan ke mere din badal ge




jab se mili sharn ke mere din badal gaye Lyrics





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