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केहड़ी गल दा तू गुस्सा वे मनाया
रोटी क्यों नहीं खहनदा ठाकरा

केहड़ी गल दा तू गुस्सा वे मनाया
रोटी क्यों नहीं खहनदा ठाकरा

भूल जा हुन तू दूध मलाईया
मखना दे पेडे ना सोहनिया मिठाईया
असा साग चलाई दा बनाया
रोटी क्यों नहीं खहनदा ठाकरा
केहड़ी........

मक्की दी रोटी ते साग चलाई दा
जट्टा दे घर ता एहि कुछ खायी दा
छन्ना भरके लस्सी दा ले आया
रोटी क्यों नहीं खहनदा ठाकरा
केहड़ी.......

होया जे कसूर मैनु माफ़ करी ठाकरा
मन विच मेल जेहड़ी साफ़ करी ठाकरा
नी मैं रो रो दुखड़ा सुनाया
रोटी क्यों नहीं खहनदा ठाकरा
केहड़ी.......



kehdi gal da tu gussa ve manaya roti kyu nhi kahanda thakara

kehadi gal da too gussa ve manaayaa
roti kyon nahi khahanada thaakaraa


bhool ja hun too doodh malaaeeyaa
mkhana de pede na sohaniya mithaaeeyaa
asa saag chalaai da banaayaa
roti kyon nahi khahanada thaakaraa
kehadi...

makki di roti te saag chalaai daa
jatta de ghar ta ehi kuchh khaayi daa
chhanna bharake lassi da le aayaa
roti kyon nahi khahanada thaakaraa
kehadi...

hoya je kasoor mainu maapah kari thaakaraa
man vich mel jehadi saapah kari thaakaraa
ni mainro ro dukhada sunaayaa
roti kyon nahi khahanada thaakaraa
kehadi...

kehadi gal da too gussa ve manaayaa
roti kyon nahi khahanada thaakaraa




kehdi gal da tu gussa ve manaya roti kyu nhi kahanda thakara Lyrics





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