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खूब तेरा रूप ठाकुर खूब तेरे वायदे
क्यों ना निहाल करो दरश दिखाईके

खूब तेरा रूप ठाकुर खूब तेरे वायदे
क्यों ना निहाल करो दरश दिखाईके

तेरे कारन चली मैं तो जगत हसायके
ढुंढत फिरू मैं कहा रहे हो छुपायके

निशंक लियो री मैंने तन मन वार के
कलना पड़ेगी प्रभु बिना देखे आपके

तन मन की जानो सब कहूँ क्या बनाइके
निसदिन राखूं तोहे नयनो में छुपायके

मेहर करोनि लेवो कंठ लगायके



khoob tera roop thankur khoob tere vaide kyun na nihal karo darsh dikhayke

khoob tera roop thaakur khoob tere vaayade
kyon na nihaal karo darsh dikhaaeeke


tere kaaran chali mainto jagat hasaayake
dhundhat phiroo mainkaha rahe ho chhupaayake

nishank liyo ri mainne tan man vaar ke
kalana padegi prbhu bina dekhe aapake

tan man ki jaano sab kahoon kya banaaike
nisadin raakhoon tohe nayano me chhupaayake

khoob tera roop thaakur khoob tere vaayade
kyon na nihaal karo darsh dikhaaeeke




khoob tera roop thankur khoob tere vaide kyun na nihal karo darsh dikhayke Lyrics





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