क्या की है नाराज़ी कुछ बोलो तो सही
बाबा अपने मंदिर का पट खोलो तो सही
कैसे तुम हो भक्तों से दूर सांवरे
तुम तो नहीं हो मजबूर सांवरे
आके अपने बच्चों की सुध ले लो तो सही
बाबा अपने मंदिर का पट खोलो तो सही
क्या की है नाराज़ी ...................
मन में रखों ना कोई बात सांवरे
भूल चूक अब तो कार्डो माफ़ सांवरे
श्रद्धा के अंसुवन से खुद को भिगो लो तो सही
बाबा अपने मंदिर का पट खोलो तो सही
क्या की है नाराज़ी ...................
किस कारण ये गुस्सा तेरा आज बढ़ गया
बाबा तू क्यों ज़िद पे अपने आज अड़ गया
मन पंकज की बाबा कभी टटोलो तो सही
बाबा अपने मंदिर का पट खोलो तो सही
क्या की है नाराज़ी ...................
क्या की है नाराज़ी ...................
बाबा अपने मंदिर का पट खोलो तो सही
क्या की है नाराज़ी ...................
kya ki hai naaraazi kuchh bolo to sahee
baaba apane mandir ka pat kholo to sahee
kaise tum ho bhakton se door saanvare
tum to nahi ho majaboor saanvare
aake apane bachchon ki sudh le lo to sahee
baaba apane mandir ka pat kholo to sahee
kya ki hai naaraazi ...
man me rkhon na koi baat saanvare
bhool chook ab to kaardo maapah saanvare
shrddha ke ansuvan se khud ko bhigo lo to sahee
baaba apane mandir ka pat kholo to sahee
kya ki hai naaraazi ...
kis kaaran ye gussa tera aaj badah gayaa
baaba too kyon zid pe apane aaj ad gayaa
man pankaj ki baaba kbhi tatolo to sahee
baaba apane mandir ka pat kholo to sahee
kya ki hai naaraazi ...
baaba apane mandir ka pat kholo to sahee
kya ki hai naaraazi ...
kya ki hai naaraazi kuchh bolo to sahee
baaba apane mandir ka pat kholo to sahee