Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मरघट वाले बाबा का जब नाम जुबा पर आता है,
जनम सफल हो जाता है जो बाबा के दर आता है,

मरघट वाले बाबा का जब नाम जुबा पर आता है,
जनम सफल हो जाता है जो बाबा के दर आता है,
मरघट वाले बाबा की जय जय बोलो,

संकट मोचन कष्ट निकंदन नाम बाबा का है  दुःख भनजन,
काटे पल में सबके बंधन,
इसके द्वारे जो भी आकर अपना शीश झुकता है,
मुँह माँगा फल पाता है झोली भर के जाता है,
मरघट वाले बाबा की जय जय बोलो,

महिमा इसकी सबसे निराली आते लाखो रोज सवाली,
हाथ में लेकर पूजा की थाली  सबको दोनों हाथो से बाबा खुशियां लोटता है,
मुँह माँगा फल पाता है झोली भर के जाता है,
मरघट वाले बाबा की जय जय बोलो,

इस की किरपा जब हो जाए काँटों को भी फूल बनाये,
सोइ किस्मत को चमकाए,
दीं दुखी मजबूर जो इसकी शरण में चल कर आता है,
मुँह माँगा फल पाता है झोली भर के जाता है,
मरघट वाले बाबा की जय जय बोलो,



marghat vale baba ki jai jai bolo janam safal ho jata hai jo baba ke dar aata hai

marghat vaale baaba ka jab naam juba par aata hai,
janam sphal ho jaata hai jo baaba ke dar aata hai,
marghat vaale baaba ki jay jay bolo


sankat mochan kasht nikandan naam baaba ka hai  duhkh bhanajan,
kaate pal me sabake bandhan,
isake dvaare jo bhi aakar apana sheesh jhukata hai,
munh maaga phal paata hai jholi bhar ke jaata hai,
marghat vaale baaba ki jay jay bolo

mahima isaki sabase niraali aate laakho roj savaali,
haath me lekar pooja ki thaali  sabako donon haatho se baaba khushiyaan lotata hai,
munh maaga phal paata hai jholi bhar ke jaata hai,
marghat vaale baaba ki jay jay bolo

is ki kirapa jab ho jaae kaanton ko bhi phool banaaye,
soi kismat ko chamakaae,
deen dukhi majaboor jo isaki sharan me chal kar aata hai,
munh maaga phal paata hai jholi bhar ke jaata hai,
marghat vaale baaba ki jay jay bolo

marghat vaale baaba ka jab naam juba par aata hai,
janam sphal ho jaata hai jo baaba ke dar aata hai,
marghat vaale baaba ki jay jay bolo




marghat vale baba ki jai jai bolo janam safal ho jata hai jo baba ke dar aata hai Lyrics





Bhajan Lyrics View All

गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥

New Bhajan Lyrics View All

जटा में गंगा जी विहार करें,
भक्तों का बेड़ा शिव पार करें,
जय जय हो मईया,
लाले लाल चुनरिया चमके,
ये दुःख हट जाएगा,
ये आंसू मिट जाएगा,
चंदा की यारी ठाने रे कान्हा ना माने ना
गोरा बैठ मेरी नंदी पर सैर पर्वत की करा
सैर पर्वत की करा दूंगा, सैर पर्वत की