Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

Sanware Rasiya Se Ho Gayi Apni Yari
Ho Gayi Apni Yaari Laage Badi Pyari

Sanware Rasiya Se Ho Gayi Apni Yari
Ho Gayi Apni Yaari Laage Badi Pyari



Saaware Rasiya Se Ho Gai Apni Yari
Ho Gayi Apni Yaari Laage Badi Pyari

Ye Rasiya Mohe Laage Pyaro
Teen Lok Se Ye Hai Nyaro

Inme Basi Banki Surat Mai Bhi Jau Balihari

Saware Rasiya Se Ho Gai Apni Yari
Ho Gayi Apni Yaari Laage Badi Pyari

Ye Rasiya Nit Sapne Mein Aave
Meethi Meethi Batiya Sunave

Jab Yaado Mein Pakadan Laagi
Khul Gayi Ankh Hamari

Saware Rasiya Se Ho Gai Apni Yari
Ho Gayi Apni Yaari Laage Badi Pyari

Ye Rasiya Mero Makhan Churave
Kuchh Khave Gwalan Ko Khilave

Isne Mera Sabkuchh Luta
Mera Kuchh Naa Chhoda

Saware Rasiya Se Ho Gai Apni Yari
Ho Gayi Apni Yaari Laage Badi Pyari

Tann Ke Upar Wari Ankhe
Laage Chhavi Badi Pyari Yaki
Braj Mein Basi Banki Surat

Saware Rasiya Se Ho Gai Apni Yari
Ho Gayi Apni Yaari Laage Badi Pyari

Saware Rasiya Se Ho Gai Apni Yari
Ho Gayi Apni Yaari Laage Badi Pyari



Sanware Rasiya Se Ho Gayi Apni Yari Krishna Bhajan By Alka Goyal

sanaware rasiy se ho gayi apani yari
ho gayi apani yaari laage badi pyari



saaware rasiy se ho gai apani yari
ho gayi apani yaari laage badi pyari

ye rasiy mohe laage pyaro
teen lok se ye hai nyaro

iname basi banaki surat mai bhi jau balihari

saware rasiy se ho gai apani yari
ho gayi apani yaari laage badi pyari

ye rasiy nit sapane mein aave
meetahi meetahi batiy sunave

jab yaado mein pakadan laagi
khul gayi anakah hamari

saware rasiy se ho gai apani yari
ho gayi apani yaari laage badi pyari

ye rasiy mero makahan churave
kucahah khave gwalan ko khilave

isane mer sabakucahah luta
mer kucahah na chahoda

saware rasiy se ho gai apani yari
ho gayi apani yaari laage badi pyari

tanan ke upar wari anakahe
laage chahavi badi pyari yaki
braj mein basi banaki surat

saware rasiy se ho gai apani yari
ho gayi apani yaari laage badi pyari

saware rasiy se ho gai apani yari
ho gayi apani yaari laage badi pyari







Bhajan Lyrics View All

नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है

New Bhajan Lyrics View All

मैं तो चल वृन्दावन चलिए,
जहाँ रहते हैं मेरे श्याम,
बचपन की यारी बड़ी प्यारी,
चले आना बांके बिहारी,
इक बार जे तू श्यामा मैनु अपना बणा
ना दर दर मै रूलदी जे तू कोल बिठा
खाटू नगरी को हम,
दुल्हन सा सजायेंगे,
हो राम जी ने एक शान में,
असुरो की करदी बर्बादी,