Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

गऊआं रेहा शाह तलाई चार,
इक मस्ताना जोगी,

गऊआं रेहा शाह तलाई चार,
इक मस्ताना जोगी,
कलयुग दा नूरी अवतार, इक मस्ताना जोगी,
गऊआं रेहा शाह तलाई चार...


धर्मो ने धर्म कमाया, शिव जी दा दर्श कराया,
भुल्दा नहीं ओहदा दिलो प्यार, इक मस्ताना जोगी,
गऊआं रेहा शाह तलाई चार...

सर ते है योग सुनहरी, पर्वत ते लायी कचहरी,
उडदा है मोर ते हो सवार, इक मस्ताना जोगी,
गऊआं रेहा शाह तलाई चार...

धुना जद लाके बेहंदा, मुँह को शिव शंकर कहंदा,
कन्ना विच मुन्द्रा लायी बहार, इक मस्ताना जोगी,
गऊआं रेहा शाह तलाई चार...

जोगी ने लस्सी रोटी, बोहड़ को कड्ड के दसी,
रत्नो इस गल दी मन लई हार, इक मस्ताना जोगी,
गऊआं रेहा शाह तलाई चार...

जोगी दे झंडे चढ़दे, भेंटा दिलबाग जे पढ़दे,
शंकर भी दर ते करे पुकार, इक मस्ताना जोगी,
गऊआं रेहा शाह तलाई चार...

गऊआं रेहा शाह तलाई चार,
इक मस्ताना जोगी,
कलयुग दा नूरी अवतार, इक मस्ताना जोगी,
गऊआं रेहा शाह तलाई चार...




gooaan reha shaah talaai chaar,
ik mastaana jogi,

gooaan reha shaah talaai chaar,
ik mastaana jogi,
kalayug da noori avataar, ik mastaana jogi,
gooaan reha shaah talaai chaar...


dharmo ne dharm kamaaya, shiv ji da darsh karaaya,
bhulda nahi ohada dilo pyaar, ik mastaana jogi,
gooaan reha shaah talaai chaar...

sar te hai yog sunahari, parvat te laayi kchahari,
udada hai mor te ho savaar, ik mastaana jogi,
gooaan reha shaah talaai chaar...

dhuna jad laake behanda, munh ko shiv shankar kahanda,
kanna vich mundra laayi bahaar, ik mastaana jogi,
gooaan reha shaah talaai chaar...

jogi ne lassi roti, bohad ko kadd ke dasi,
ratno is gal di man li haar, ik mastaana jogi,
gooaan reha shaah talaai chaar...

jogi de jhande chadahade, bhenta dilabaag je padahade,
shankar bhi dar te kare pukaar, ik mastaana jogi,
gooaan reha shaah talaai chaar...

gooaan reha shaah talaai chaar,
ik mastaana jogi,
kalayug da noori avataar, ik mastaana jogi,
gooaan reha shaah talaai chaar...








Bhajan Lyrics View All

ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण

New Bhajan Lyrics View All

लक्खा तारे तू मैनू क्यों ना तारेया,
दस दातिया मै तेरा की भी बिगाड़िया॥
कलयुग में बाबा श्याम का जादू,
भक्तो के सर चढ़ जाएगा,
रंग मत डारे रे सांवरिया,
मारो गुर्जर मारे रे,
हम लाज शरम का घुँघटा भई डाल जाते है,
हम तो उस राधे रानी के ससुराल जाते है...
यो कालो गणों रुपालो रे घडबोरया वालों
मारो चार भुजा रो नाथ चतुरभुज भालावालो