Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

भावे चंगी आ भावे मंदी आ,
मै ता तेरिया रंगा दे विच रंगी आ...

भावे चंगी आ भावे मंदी आ,
मै ता तेरिया रंगा दे विच रंगी आ...


डोल्दी है नैया मेरी दिसदा किनारा नहीं,
तेरे बाजो श्याम मेरा कोई वी सहारा नहीं,
बाह फड़ ले डूब चली आ,
मै ता तेरिया रंगा दे विच रंगी आ...

सुख देवे दुख देवे झोली विच पावांगी,
तेरे नाल लाइया प्रीता तोड़ निभावांगी,
भावे सुख दे भावे दुख दे,
मै ता तेरिया रंगा दे विच रंगी आ...

प्रेम नाल लाये बुट्टे कदे वी ना टुटदे,
सत्संग जान वाले कदे वी ना रुकदे,
दिल तोड़ी ना मुख मोड़ी ना,
मै ता तेरिया रंगा दे विच रंगी आ...

झूठी है दुनिया तेरी मै अजमा लेया,
तैनू छड श्याम मै आवे धोखा खा लेया,
हाथ छोड़ी ना मुख मोड़ी ना,
मै ता तेरिया रंगा दे विच रंगी आ...

मन बड़ा महला ओ रंग वी ना चढ़दा ,
जद तक श्याम मेरे ते किरपा नहीं करदा,
तन रंग दे मन रंग दे,
मै ता तेरिया रंगा दे विच रंगी आ...

भावे चंगी आ भावे मंदी आ,
मै ता तेरिया रंगा दे विच रंगी आ...




bhaave changi a bhaave mandi a,
mai ta teriya ranga de vich rangi aa...

bhaave changi a bhaave mandi a,
mai ta teriya ranga de vich rangi aa...


doldi hai naiya meri disada kinaara nahi,
tere baajo shyaam mera koi vi sahaara nahi,
baah phad le doob chali a,
mai ta teriya ranga de vich rangi aa...

sukh deve dukh deve jholi vich paavaangi,
tere naal laaiya preeta tod nibhaavaangi,
bhaave sukh de bhaave dukh de,
mai ta teriya ranga de vich rangi aa...

prem naal laaye butte kade vi na tutade,
satsang jaan vaale kade vi na rukade,
dil todi na mukh modi na,
mai ta teriya ranga de vich rangi aa...

jhoothi hai duniya teri mai ajama leya,
tainoo chhad shyaam mai aave dhokha kha leya,
haath chhodi na mukh modi na,
mai ta teriya ranga de vich rangi aa...

man bada mahala o rang vi na chadahada ,
jad tak shyaam mere te kirapa nahi karada,
tan rang de man rang de,
mai ta teriya ranga de vich rangi aa...

bhaave changi a bhaave mandi a,
mai ta teriya ranga de vich rangi aa...








Bhajan Lyrics View All

मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी

New Bhajan Lyrics View All

शम्भू महादेवा, शम्भू महादेवा,
शम्भू महादेवा, शम्भू महादेवा...
अरे लंका वालों दशानन से कह दो ,
हनुमान लंका जलाके चला है,
सपनों में खो जाऊं मेरे श्याम तुम्हे
मेरे श्याम तुम्हे देखूं घनश्याम
बारी सी उमरिया धानी सी चुनरिया,
गजब कर गई हाय ब्रज की राधा...
शब्द की चोट लगी मेरे मन को,
भेद गया ये तन सारा हो मोह्पे साईं रंग