Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

भोजन मन्त्र: ॐ सह नाववतु

अन्न ग्रहण करने से पहले
विचार मन मे करना है
किस हेतु से इस शरीर का
रक्षण पोषण करना है
हे परमेश्वर एक प्रार्थना
नित्य तुम्हारे चरणों में
लग जाये तन मन धन मेरा
विश्व धर्म की सेवा में ॥

ब्रह्मार्पणं ब्रह्महविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम्।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना।।

ॐ सह नाववतु।
सह नौ भुनक्तु।
सह वीर्यं करवावहै।
तेजस्विनावधीतमस्तु।
मा विद्‌विषावहै॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥



ann grahan karane se pahale
vichaar man me karana hai

ann grahan karane se pahale
vichaar man me karana hai
kis hetu se is shareer kaa
rakshn poshan karana hai
he parameshvar ek praarthanaa
nity tumhaare charanon me
lag jaaye tan man dhan meraa
vishv dharm ki seva me ..

brahamaarpanan brahamahavirbrahamaagnau brahamana hutam.
brahamaiv ten gantavyan brahamakarm samaadhinaa..

om sah naavavatu.
sah nau bhunaktu.
sah veeryan karavaavahai.
tejasvinaavdheetamastu.
ma vidvishaavahai..
om shaanti: shaanti: shaanti:..







Bhajan Lyrics View All

राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है

New Bhajan Lyrics View All

साडी झोंपड़ी च सतगुरू फेरा पा,
भावे थोड़ी देर लई आ ,
है सुखी मेरा परिवार माँ तेरे कारण,
तेरे कारण तेरे कारण मैया बस तेरे कारण,
दया दृष्टि करो सारे संकट हरो,
वीर बजरंगबली हनुमान,
आले हो आले गणपती बाप्पा,
दाही दिशांना, दाही दिशांना,
सानू दुनिया ने दिता ठुकरा राधे साहनु
आज दर तेरे बैठे असी आ श्री राधे साहनु