Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मोरी चुनरी में लग गयो दाग पिया...

मोरी चुनरी में लग गयो दाग पिया...

पाँच तत्त्व की बनी चुनरिया,
सोरह सै बँद लागे जिया,
मोरी चुनरी में लग गयो दाग पिया...

यह चुनरी मोरे मैके तें आई,
ससुरे में मनुवा खोय दिया,
मोरी चुनरी में लग गयो दाग पिया...

मलिमलि धोई दाग न छूटे,
ज्ञान को साबुन लाय पिया,
मोरी चुनरी में लग गयो दाग पिया...

कहै कबीर दाग तब छुटिहैं,
जब साहेब अपनाय लिया,
मोरी चुनरी में लग गयो दाग पिया...

मोरी चुनरी में लग गयो दाग पिया...



mori chunari me lag gayo daag piyaa...

mori chunari me lag gayo daag piyaa...

paanch tattv ki bani chunariya,
sorah sai band laage jiya,
mori chunari me lag gayo daag piyaa...

yah chunari more maike ten aai,
sasure me manuva khoy diya,
mori chunari me lag gayo daag piyaa...

malimali dhoi daag n chhoote,
gyaan ko saabun laay piya,
mori chunari me lag gayo daag piyaa...

kahai kabeer daag tab chhutihain,
jab saaheb apanaay liya,
mori chunari me lag gayo daag piyaa...

mori chunari me lag gayo daag piyaa...







Bhajan Lyrics View All

ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,

New Bhajan Lyrics View All

मेरा गल्ला करन नू जी करदा श्याम तेरे
हर हर महादेव...
बोलो हर हर हर हर हर हर हर
एक मेरा श्याम अपना सारी दुनिया बेगानी
दुनिया वाले क्या जाने ये तो प्रीत
सकुचाती चली इठलाती चली,
चली पनिया भरन शिव नारी रे, सागर पर
रघुकुल नंदन मुक्ति बन्धन,
सत सत नमन करूँ अभिनंदन,