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सकुचाती चली इठलाती चली,
चली पनिया भरन शिव नारी रे, सागर पर उतारी गागरिया...

सकुचाती चली इठलाती चली,
चली पनिया भरन शिव नारी रे, सागर पर उतारी गागरिया...


रूप देखकर समुंदर बोला कौन पिता महतारी,
कौन गांव की रहने वाली कौन पुरुष घर नारी,
बता दे कौन पुरुष घर नारी,
होले होले गिरजा बोले छायो है रूप अपार रे,
सागर पर उतारी गागरिया,
सकुचाती चली इठलाती चली...

राजा हिमाचल पिता हमारे नैनावत महतारी,
भोलेनाथ हैं पति हमारे मैं उनकी घरवाली,
बता दूं मैं उनकी घरवाली,
जल ले जाऊं पति नीलाऊं सुन लो जी वचन हमार रे,
सागर पर उतारी गगरिया,
सकुचाती चली इठलाती चली...

सागर बोला छोड़ भोला को घर घर अलख जगावे,
रतन भरे मेरे में तू बैठी मौज उड़ावे,
ओ गोरा बैठी मौज उड़ावे,
पीके भंगिया वह रंगरसिया क्यों सह रही कष्ट अपार रे,
सागर पर उतारी गागरिया,
सकुचाती चली इठलाती चली...

क्रोधित होकर चली वह गौरा भोले के ढिंग आई,
सागर ने जो वचन कहे वह शिव को रही सुनाई,
रे गौरा शिव को रही सुनाई,
शिव कियो यतन कियो सागर मंथन लिए रतन निकाल रे,
सागर पर उतारी गागरिया,
सकुचाती चली इठलाती चली...

सकुचाती चली इठलाती चली,
चली पनिया भरन शिव नारी रे, सागर पर उतारी गागरिया...




sakuchaati chali ithalaati chali,
chali paniya bharan shiv naari re, saagar par utaari gaagariyaa...

sakuchaati chali ithalaati chali,
chali paniya bharan shiv naari re, saagar par utaari gaagariyaa...


roop dekhakar samundar bola kaun pita mahataari,
kaun gaanv ki rahane vaali kaun purush ghar naari,
bata de kaun purush ghar naari,
hole hole giraja bole chhaayo hai roop apaar re,
saagar par utaari gaagariya,
sakuchaati chali ithalaati chali...

raaja himaachal pita hamaare nainaavat mahataari,
bholenaath hain pati hamaare mainunaki gharavaali,
bata doon mainunaki gharavaali,
jal le jaaoon pati neelaaoon sun lo ji vchan hamaar re,
saagar par utaari gagariya,
sakuchaati chali ithalaati chali...

saagar bola chhod bhola ko ghar ghar alkh jagaave,
ratan bhare mere me too baithi mauj udaave,
o gora baithi mauj udaave,
peeke bhangiya vah rangarasiya kyon sah rahi kasht apaar re,
saagar par utaari gaagariya,
sakuchaati chali ithalaati chali...

krodhit hokar chali vah gaura bhole ke dhing aai,
saagar ne jo vchan kahe vah shiv ko rahi sunaai,
re gaura shiv ko rahi sunaai,
shiv kiyo yatan kiyo saagar manthan lie ratan nikaal re,
saagar par utaari gaagariya,
sakuchaati chali ithalaati chali...

sakuchaati chali ithalaati chali,
chali paniya bharan shiv naari re, saagar par utaari gaagariyaa...








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