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श्याम धीरे से पकड़ो यह आंचल मेरा,
पांव यमुना में मेरा फिसल जाएगा,

श्याम धीरे से पकड़ो यह आंचल मेरा,
पांव यमुना में मेरा फिसल जाएगा,
रोज की दिल्लगी श्याम अच्छी नहीं,
कोई देखेगा तो भेद खुल जाएगा,
श्याम धीरे से...


श्याम तुमको मनाने को आई हूं मैं,
सग में माखन और मिश्री भी लाई हूं मैं,
श्याम जल्दी से खा लो यह माखन मेरा,
वरना सारा यह माखन पिघल जाएगा,
श्याम धीरे से...

तेरे मेरे रिश्ते को नजर ना लगे,
यहां दुश्मन हैं सारे ना कोई सगे,
श्याम काजल का टीका लगा लीजिए,
कोई देखेगा तो फिर मचल जाएगा,
श्याम जी धीरे से...

श्याम सिर से यह हाथ हटाना नहीं,
मेरा दुनिया में कोई ठिकाना नहीं,
तेरा क्या जाएगा मेरे भोले पिया,
मेरा बिगड़ा मुकद्दर संभल जाएगा,
श्याम धीरे से...

श्याम धीरे से पकड़ो यह आंचल मेरा,
पांव यमुना में मेरा फिसल जाएगा,
रोज की दिल्लगी श्याम अच्छी नहीं,
कोई देखेगा तो भेद खुल जाएगा,
श्याम धीरे से...




shyaam dheere se pakado yah aanchal mera,
paanv yamuna me mera phisal jaaega,

shyaam dheere se pakado yah aanchal mera,
paanv yamuna me mera phisal jaaega,
roj ki dillagi shyaam achchhi nahi,
koi dekhega to bhed khul jaaega,
shyaam dheere se...


shyaam tumako manaane ko aai hoon main,
sag me maakhan aur mishri bhi laai hoon main,
shyaam jaldi se kha lo yah maakhan mera,
varana saara yah maakhan pighal jaaega,
shyaam dheere se...

tere mere rishte ko najar na lage,
yahaan dushman hain saare na koi sage,
shyaam kaajal ka teeka laga leejie,
koi dekhega to phir mchal jaaega,
shyaam ji dheere se...

shyaam sir se yah haath hataana nahi,
mera duniya me koi thikaana nahi,
tera kya jaaega mere bhole piya,
mera bigada mukaddar sanbhal jaaega,
shyaam dheere se...

shyaam dheere se pakado yah aanchal mera,
paanv yamuna me mera phisal jaaega,
roj ki dillagi shyaam achchhi nahi,
koi dekhega to bhed khul jaaega,
shyaam dheere se...




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