Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

श्री श्याम अति आनंद अविरल वृष्टि जन जन पर करे,
जाए ना बरनत का कहुं छवि, दृष्टि  पल पल दुःख हरे।

श्री श्याम अति आनंद अविरल वृष्टि जन जन पर करे,
जाए ना बरनत का कहुं छवि, दृष्टि  पल पल दुःख हरे।
सिर मोर पंख प्रतीत पावन,भाल शशि जिमि शिव धरे,
सोहे  मुकुट  मणिमय अलंकृत, स्वर्णाभूषित  हिय वरे।
अधरं मधुर मनमोहिनी, माया मनोरथ माया परे,
मनो कामना, मनो वेदना, बाँचत त्वरित फल संचरै।
श्री श्याम अति आनंद अविरल वृष्टि जन जन पर करे,
जाए ना बरनत का कहुं छवि, दृष्टि  पल पल दुःख हरे।
जय श्याम, जय श्याम,
जय श्याम, जय श्याम, जय जय श्याम।
श्रृंगार सुमन सुगंध मन कोऊ, चूक भल ना अवसरे,
गुंजन करे स्तुतिगान रसना, जयति जय जय उच्चरे,
महा मन्त्र जय श्री श्याम जप, हारे को जो विजयी करे,
श्री श्याम अति आनंद अविरल वृष्टि जन जन पर करे,
जाए ना बरनत का कहुं छवि, दृष्टि  पल पल दुःख हरे।
जय श्याम, जय श्याम,
जय श्याम, जय श्याम, जय जय श्याम।
हरिहर समाहित तेज मुख मंडल पर दमकत हिय हरे,
कोटिन लजावत काम कामिनी, कामना करि करि मरे,
"लहरी" शरण परिजन सहित, आशीष तव शीश पर धरे,
मति मंद मूढ़ ना जानता कुछ, अवगुणादि अथाह भरे,
श्री श्याम अति आनंद अविरल वृष्टि जन जन पर करे,
जाए ना बरनत का कहुं छवि, दृष्टि  पल पल दुःख हरे।
जय श्याम, जय श्याम,
जय श्याम, जय श्याम, जय जय श्याम।



shri shyaam ati aanand aviral vrishti jan jan par kare,
jaae na baranat ka kahun chhavi,

shri shyaam ati aanand aviral vrishti jan jan par kare,
jaae na baranat ka kahun chhavi, darashti  pal pal duhkh hare.
sir mor pankh prateet paavan,bhaal shshi jimi shiv dhare,
sohe  mukut  manimay alankrit, svarnaabhooshit  hiy vare.
adharan mdhur manamohini, maaya manorth maaya pare,
mano kaamana, mano vedana, baanchat tvarit phal sancharai.
shri shyaam ati aanand aviral vrishti jan jan par kare,
jaae na baranat ka kahun chhavi, darashti  pal pal duhkh hare.
jay shyaam, jay shyaam,
jay shyaam, jay shyaam, jay jay shyaam.
shrrangaar suman sugandh man kooo, chook bhal na avasare,
gunjan kare stutigaan rasana, jayati jay jay uchchare,
maha mantr jay shri shyaam jap, haare ko jo vijayi kare,
shri shyaam ati aanand aviral vrishti jan jan par kare,
jaae na baranat ka kahun chhavi, darashti  pal pal duhkh hare.
jay shyaam, jay shyaam,
jay shyaam, jay shyaam, jay jay shyaam.
harihar samaahit tej mukh mandal par damakat hiy hare,
kotin lajaavat kaam kaamini, kaamana kari kari mare,
"laharee" sharan parijan sahit, aasheesh tav sheesh par dhare,
mati mand moo na jaanata kuchh, avagunaadi athaah bhare,
shri shyaam ati aanand aviral vrishti jan jan par kare,
jaae na baranat ka kahun chhavi, darashti  pal pal duhkh hare.
jay shyaam, jay shyaam,
jay shyaam, jay shyaam, jay jay shyaam.







Bhajan Lyrics View All

राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल

New Bhajan Lyrics View All

भक्तों की हरलो सारी पीड़,
जगदम्बा मईया,
कन्हैया दौड़ो आयों रे,
सांवरिया दौड़ो आयो रे,
मेरी छोटी सी गौरा बनेगी दुल्हनिया,
सज के आएँगे भोले बाबा,
बजरंगबली हनुमान, तेरा जग में डंका बाज
हो रही ए फुलां दी वर्खा, सिद्ध जोगी दे
ओ वेख के तक्क के मंदिरा नू नच्दे भगत