Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

सजाये खुब मिली मोहन से दिल लगाने की,
वो क्या फिरे हमसे, नज़रे फिरी ज़मानें की,

सजाये खुब मिली मोहन से दिल लगाने की,
वो क्या फिरे हमसे, नज़रे फिरी ज़मानें की,
सजाये खुब मिली...


हमारी उनकीं मौहब्बत में, है फर्क इतना,
उन्हें तो रूठनें की आदत है, हमें मनानें की,
सजाये खुब मिली...

हमनें तो की थी तम्मनां, रिहाई की,
बुलंन्द हो गई दिवारे क़ैद ख़ानें की,
सजाये खुब मिली...

निकल के हाथ ये दोनों, कफ़न से कह देंगे,
हमें तो रह गई, हसरत गले लगानें की,
सजाये खुब मिली...

सजाये खुब मिली मोहन से दिल लगाने की,
वो क्या फिरे हमसे, नज़रे फिरी ज़मानें की,
सजाये खुब मिली...


Support


sajaaye khub mili mohan se dil lagaane ki,
vo kya phire hamase, nazare phiri zamaanen ki,

sajaaye khub mili mohan se dil lagaane ki,
vo kya phire hamase, nazare phiri zamaanen ki,
sajaaye khub mili...


hamaari unakeen mauhabbat me, hai phark itana,
unhen to roothanen ki aadat hai, hame manaanen ki,
sajaaye khub mili...

hamanen to ki thi tammanaan, rihaai ki,
bulannd ho gi divaare kaid kahaanen ki,
sajaaye khub mili...

nikal ke haath ye donon, kapahan se kah denge,
hame to rah gi, hasarat gale lagaanen ki,
sajaaye khub mili...

sajaaye khub mili mohan se dil lagaane ki,
vo kya phire hamase, nazare phiri zamaanen ki,
sajaaye khub mili...








Bhajan Lyrics View All

जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे

New Bhajan Lyrics View All

राधा रानी से मिलना बहुत जरुरी,
मिलना बड़ा जरुरी, मुझे मिलना बड़ा
आया है आया वसंत त्योहार जी,
प्यार भी पिरोया है फूलों के संग हार
सुन सांवरे रे, तेरे ही भरोसे मेरी नाव
थक से गए हैं अब तो श्याम मेरे पाँव रे,
हरि नाम नहीं तो जीना क्या,
अमृत है हरि नाम जगत में,
ऐसा जाम पीला दे सतगुरु,
रवे ना जग दी लोड़,