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अपने भगत की आँख में आँसू देख ना पाएगा,
जब जब भी श्याम दिवानो के सर पे संकट मंडरायेगा,

अपने भगत की आँख में आँसू देख ना पाएगा,
जब जब भी श्याम दिवानो के सर पे संकट मंडरायेगा,
कन्हैया दौड़ा आयेगा,
अपने भगतो के लिए कुछ भी कर जाएगा,
कन्हैया दौड़ा आएगा...


जब दूर सवेरा हो, घनघोर अंधेरा हो,
मेरे श्याम की आश लगाए जा,
तू छोड़ दे नैया को, बस श्याम भरोसे पर,
बस श्याम नाम गुण गाये जा,
बन कर के माँझी साँवरिया भव सागर पार,
कन्हैया दौड़ा आएगा...

हर एक मुसीबत ही, खुद हल हो जाएगी,
जब मोरछड़ी लहरायेगा,
गोदी में बैठाकर के, सीने से लगाकर के,
तेरे सिर पर हाथ फिराएगा,
जितने भी अश्क़ बहे तेरे हर एक का मोल चुकाएगा,
कन्हैया दौड़ा आएगा...

विश्वाश की डोरी को, तू बांध ले कस कर के,
बाँका ना होगा बाल तेरा,
साये सा तरुण तेरे, संग चलता जाएगा,
ये बन कर के रखवाल तेरा,
संकट पे संकट बन कर के मेरा श्याम स्वम चढ़ जाएगा,
कन्हैया दौड़ा आएगा...

अपने भगत की आँख में आँसू देख ना पाएगा,
जब जब भी श्याम दिवानो के सर पे संकट मंडरायेगा,
कन्हैया दौड़ा आयेगा,
अपने भगतो के लिए कुछ भी कर जाएगा,
कन्हैया दौड़ा आएगा...




apane bhagat ki aankh me aansoo dekh na paaega,
jab jab bhi shyaam divaano ke sar pe sankat mandaraayega,

apane bhagat ki aankh me aansoo dekh na paaega,
jab jab bhi shyaam divaano ke sar pe sankat mandaraayega,
kanhaiya dauda aayega,
apane bhagato ke lie kuchh bhi kar jaaega,
kanhaiya dauda aaegaa...


jab door savera ho, ghanghor andhera ho,
mere shyaam ki aash lagaae ja,
too chhod de naiya ko, bas shyaam bharose par,
bas shyaam naam gun gaaye ja,
ban kar ke maajhi saanvariya bhav saagar paar,
kanhaiya dauda aaegaa...

har ek museebat hi, khud hal ho jaaegi,
jab morchhadi laharaayega,
godi me baithaakar ke, seene se lagaakar ke,
tere sir par haath phiraaega,
jitane bhi ashk bahe tere har ek ka mol chukaaega,
kanhaiya dauda aaegaa...

vishvaash ki dori ko, too baandh le kas kar ke,
baanka na hoga baal tera,
saaye sa tarun tere, sang chalata jaaega,
ye ban kar ke rkhavaal tera,
sankat pe sankat ban kar ke mera shyaam svam chadah jaaega,
kanhaiya dauda aaegaa...

apane bhagat ki aankh me aansoo dekh na paaega,
jab jab bhi shyaam divaano ke sar pe sankat mandaraayega,
kanhaiya dauda aayega,
apane bhagato ke lie kuchh bhi kar jaaega,
kanhaiya dauda aaegaa...




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