Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

एक बात मुझे ये कहनी है मैंने बाबा से कह दी है,
एक कीर्तन मेरे घर पर हो मेरी बाबा से अर्ज़ी है॥

एक बात मुझे ये कहनी है मैंने बाबा से कह दी है,
एक कीर्तन मेरे घर पर हो मेरी बाबा से अर्ज़ी है॥


जिस दिन कीर्तन होगा श्याम हर गली से भक्तां आएंगे,
हर गली महकेगी फूलों से इस घर को खाटू बनाएंगे,
फूलों के वर्षा कर देंगे और इत्र खूब बरसायेंगे,
एक बात मुझे ये कहनी है मैंने बाबा से कह दी है...

जिस दिन कीर्तन होगा श्याम श्रृंगार तेरा करवाएंगे,
बड़े भाव से तुझको रिझाएंगे और तेरी आरती जाएंगे,
तुम माल खज़ाना भर देना झोली हम फैलाएंगे,
एक बात मुझे ये कहनी है मैंने बाबा से कह दी है...

नेरे श्याम ज़रा इनको देखो तेरे प्रेमी अर्ज़ी लगाते हैं,
हर घर में एक दिन कीर्तन हो अर्ज़ी ये गिरीश लगाते हैं,
एक बात मुझे ये केहनी है मेरी बाबा से अर्ज़ी है,
एक कीर्तन मेरे घर पर हो बाकि बाबा की मर्ज़ी है,
बाकी फिर तेरी मर्ज़ी है...

एक बात मुझे ये कहनी है मैंने बाबा से कह दी है,
एक कीर्तन मेरे घर पर हो मेरी बाबा से अर्ज़ी है॥




ek baat mujhe ye kahani hai mainne baaba se kah di hai,
ek keertan mere ghar par ho meri baaba se arzi hai..

ek baat mujhe ye kahani hai mainne baaba se kah di hai,
ek keertan mere ghar par ho meri baaba se arzi hai..


jis din keertan hoga shyaam har gali se bhaktaan aaenge,
har gali mahakegi phoolon se is ghar ko khatu banaaenge,
phoolon ke varsha kar denge aur itr khoob barasaayenge,
ek baat mujhe ye kahani hai mainne baaba se kah di hai...

jis din keertan hoga shyaam shrrangaar tera karavaaenge,
bade bhaav se tujhako rijhaaenge aur teri aarati jaaenge,
tum maal khazaana bhar dena jholi ham phailaaenge,
ek baat mujhe ye kahani hai mainne baaba se kah di hai...

nere shyaam zara inako dekho tere premi arzi lagaate hain,
har ghar me ek din keertan ho arzi ye gireesh lagaate hain,
ek baat mujhe ye kehani hai meri baaba se arzi hai,
ek keertan mere ghar par ho baaki baaba ki marzi hai,
baaki phir teri marzi hai...

ek baat mujhe ye kahani hai mainne baaba se kah di hai,
ek keertan mere ghar par ho meri baaba se arzi hai..








Bhajan Lyrics View All

अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला

New Bhajan Lyrics View All

माँ माँ माँ...
तुम बसी हो कण कण अंदर माँ,
राम नाम वालो झूंझणियो मेरा, सतगुरु आके
सतगुरु आके बजा दियो मेरा, धन गुरु आके
जय देवा
जय देवा जय गौरी नंदन की आरती,
दादा तेरी तस्वीर सिरहाने रखकर सोते
यही सोचकर अपने दोनों नैन भीगोते है,
मन में बसी है मैया मेरे एक छोरी,
अति की मलूक रंग रूप की है गोरी...