Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

जयकारा शेरावली दा
बोल साचे दरवार की जय

जयकारा शेरावली दा
बोल साचे दरवार की जय


त्रिशूल पे तेरे धरती थमी है,
मैया रीनी है ये दुनिया तेरी,
धुन धुन जले बस्तीयाँ पाप की,
माँ ज्वाला सी देहके जो बिंदिया तेरी,
ज़ालिम आगर शक्तिशाली हैं तो क्या,
सच तोड़ देता है फौलाद को,
मैया जो दो दो जन शेर तूने,
वो चीयर डालेंगे अपराध को,
ओ माँ शेरावाली,
हो माँ शक्तिशाली...
मां मेरी मां से मिला दे मुझे,
ममता का मैं वास्ता दूं तुझे,
दर से ना तेरे जाउंगा खाली,
माँ शेरोवाली ओ माँ शेरोवाली,
हो माँ शेरोवाली,
हो माँ शक्तिशाली...

विक्राल लीला मैया दिखा दे,
ले मुंड माला श्रृंगार कर तू,
झर झर बहा दे नदिया लहू कि,
महिषासुरों का संहार कर तू,
तेरे नाम को प्रणाम है,
कृपा करदे माँ,
ओ माँ शेरावाली,
हो माँ शक्तिशाली,
मां मेरी मां से मिला दे मुझे,
ममता का मैं वास्ता दूं तुझे,
दर से ना तेरे जाउंगा खाली,
माँ शेरोवाली ओ माँ शेरोवाली,
हो माँ शक्तिशाली,
ओ माँ शेरोवाली,
ओ माँ शक्तिशाली,
ओ माँ शेरोवाली,
ओ माँ शक्तिशाली...

जयकारा शेरावली दा
बोल साचे दरवार की जय




jayakaara sheraavali daa
bol saache daravaar ki jay

jayakaara sheraavali daa
bol saache daravaar ki jay


trishool pe tere dharati thami hai,
maiya reeni hai ye duniya teri,
dhun dhun jale basteeyaan paap ki,
ma jvaala si dehake jo bindiya teri,
zaalim aagar shaktishaali hain to kya,
sch tod deta hai phaulaad ko,
maiya jo do do jan sher toone,
vo cheeyar daalenge aparaadh ko,
o ma sheraavaali,
ho ma shaktishaali...
maan meri maan se mila de mujhe,
mamata ka mainvaasta doon tujhe,
dar se na tere jaaunga khaali,
ma sherovaali o ma sherovaali,
ho ma sherovaali,
ho ma shaktishaali...

vikraal leela maiya dikha de,
le mund maala shrrangaar kar too,
jhar jhar baha de nadiya lahoo ki,
mahishaasuron ka sanhaar kar too,
tere naam ko pranaam hai,
kripa karade ma,
o ma sheraavaali,
ho ma shaktishaali,
maan meri maan se mila de mujhe,
mamata ka mainvaasta doon tujhe,
dar se na tere jaaunga khaali,
ma sherovaali o ma sherovaali,
ho ma shaktishaali,
o ma sherovaali,
o ma shaktishaali,
o ma sherovaali,
o ma shaktishaali...

jayakaara sheraavali daa
bol saache daravaar ki jay








Bhajan Lyrics View All

बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल

New Bhajan Lyrics View All

भरी सभा में नांचण लाग्यो,
महिमा सिन्दूर की समझावण लाग्यो,
सब छोड़ के जमाना आया हु तेरे द्वारे,
नैया भवर में मेरी तू डुबो या लगा
प्रभु के सामने सर को झुकाओ काफी है,
धूप चंदन न सही मन मे भाव काफी है...
जय गुरा दी जय गुरा दी केहना चाहिदा,
दाता दी रजा जी राजी रहना चाहिदा,
तेरा रज्ज रज्ज दर्शन पावा,
सोहनियाँ जटावां वालेया,