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विघ्न हरण मंगल करन,
गौरी सुत गणराज,

विघ्न हरण मंगल करन,
गौरी सुत गणराज,
कंठ विराजो शारदा,
आन बचाओ लाज,
मात पिता गुरुदेव के,
धरु चरण में ध्यान,
कुलदेवी माँ जीण भवानी,
लाखो लाख प्रणाम,
जयंती जीण बाई की जय,
हरष भैरू भाई की जय,
जीण जीण भज बारम्बारा,
हर संकट का हो निस्तारा,
नाम जपे माँ खुश हो जावे,
संकट हर लेती हैं सारा,
जय अम्बे जय जगदम्बे,
जय अम्बे जय जगदम्बे...


आदिशक्ति माँ जीण भवानी,
महिमा माँ की किसने जानी,
मंगलपाठ करूँ मई तेरा,
करो कृपा माँ जीण भवानी,
साँझ सवेरे तुझे मनाऊं,
चरणो में मैं शीश नवाऊँ,
तेरी कृपा से भंवरावाली,
मैं अपना संसार चलाऊँ,

हर्षनाथ की बहना प्यारी,
जीवण बाई नाम तुम्हारा,
गोरिया गाँव से दक्षिण में है,
सुन्दर प्यारा धाम तुम्हारा,
पूर्व मुख मंदिर है प्यारा,
भँवरवाली मात तुम्हारा,
तीन ओर से पर्वत माला,
साँचा है दरबार तुम्हारा,

अष्ट भुजाएं मात तुम्हारी,
मुख मंडल पर तेज निराला,
अखंड ज्योति बरसो से जलती,
जीण भवानी है प्रतिपाला,
एक घ्रीत और दो है तेल के,
तीन दीप हर पल हैं जलते,
मुग़ल काल के पहले से ही,
ज्योति अखंड हैं तीनो जलते,

अष्टम सदी में मात तुम्हारे,
मंदिर का निर्माण हुआ है,
भगतों की श्रद्धा और निष्ठा,
का जीवंत प्रमाण हुआ है,
देवालय की छते दीवारे,
कारीगरी का है इक दर्पण,
तंत्र तपस्वी वाम मारगी,
के चित्रो का अनुपम चित्रण,

शीतल जल के अमृत से दो,
कल कल करते झरने बहते,
एक कुण्ड है इसी भूमि पर,
जोगी ताल जिसे सब कहते,
देश निकला मिला जो उनको,
पाण्डु पुत्र यहाँ पर आये,
इसी धरा पर कुछ दिन रहकर,
वो अपना बनवास बिताये,

बड़े बड़े बलशाली भी माँ,
आकर दर पे शीश झुकाये,
गर्व करे जो तेरे आगे पल भर में,
वो मुँह की खाए,
मुगलों ने जब करी चढ़ाई,
लाखो लाखो भँवरे छोड़े,
छिन्न विछिन्न किये सेना को,
मुगलों के अभिमान को तोड़े,

नंगे पैर तेरे दर पे,
चल के औरंगजेब था आया,
अखन ज्योत की रीत चलायी,
चरणों में माँ शीश नवाया,
सूर्या उपासक जयदेव जी,
राज नवलगढ़ में करते थे,
भंवरा वाली माँ की पूजा,
रोज नियम से वो करते थे,

अपनी दोनों रानी के संग,
देश निकाला मिला था उनको,
पहुँच गए कन्नौज नगर में,
जयचंद ने वहां शरण दी उनको,
कुरुक्षेत्र के युद्ध से पहले,
काली ने हुंकार भरी थी,
भंवरावाली बन कंकाली,
दान लेने को निकल पड़ी थी,

सारी प्रजा के हित के खातिर,
जगदेव ने शीश दिया था,
शीश उतार के कंकाली के,
श्री चरणों में चढ़ा दिया था,
भंवरा वाली की किरपा से,
जीवण उसने सफल बनाया,
माता के चरणों में विराजे,
शीश का दानी वो कहलाया,

सुन्दर नगरी जीण तुम्हारी,
सुन्दर तेरा भवन निराला,
यहाँ बने विश्राम गृहो में,
कुण्डी लगे लगे न ताला,

करुणामयी माँ जीण भवानी,
जो भी तेरे धाम ना आया,
चाहे देखा हो जग सारा,
जीवण उसने व्यर्थ गंवाया,
आदि काल से ही भगतों ने,
वैष्णो रूप में माँ को ध्याया,
वैष्णो देवी जीण भवानी,
की है सारे जग में माया,

दुर्गा रूप में देवी माँ ने,
महिषासुर का वध किया था,
काली रूप में सब देवो ने,
जीण का फिर आह्वान किया था,
सभी देवताओं ने मिलकर,
काली रूप में माँ को ध्याया,
अपने हांथो से सुर गणों ने,
माँ को मदिरा पान कराया,

वर्त्तमान में वैष्णो रूप में,
माँ को ध्याये ये जग सारा,
जीण जीण भज बारम्बारा,
हर संकट का हो निस्तारा,

सिद्ध पीठ काजल सिखर,
बना जीण का धाम,
नित की परचा देत है,
पूरन करती काम,
जयंती जीण बाई की जय,
हरष भैरू भाई की जय,

मंगल भवन अमंगल हारी,
जीण नाम होता हितकारी,
कौन सो संकट है जग माहि,
जो मेरी मैया मेट ना पाई,
जय अम्बे जय जगदम्बे,
जय अम्बे जय जगदम्बे...

विघ्न हरण मंगल करन,
गौरी सुत गणराज,
कंठ विराजो शारदा,
आन बचाओ लाज,
मात पिता गुरुदेव के,
धरु चरण में ध्यान,
कुलदेवी माँ जीण भवानी,
लाखो लाख प्रणाम,
जयंती जीण बाई की जय,
हरष भैरू भाई की जय,
जीण जीण भज बारम्बारा,
हर संकट का हो निस्तारा,
नाम जपे माँ खुश हो जावे,
संकट हर लेती हैं सारा,
जय अम्बे जय जगदम्बे,
जय अम्बे जय जगदम्बे...




vighn haran mangal karan,
gauri sut ganaraaj,

vighn haran mangal karan,
gauri sut ganaraaj,
kanth viraajo shaarada,
aan bchaao laaj,
maat pita gurudev ke,
dharu charan me dhayaan,
kuladevi ma jeen bhavaani,
laakho laakh pranaam,
jayanti jeen baai ki jay,
harsh bhairoo bhaai ki jay,
jeen jeen bhaj baarambaara,
har sankat ka ho nistaara,
naam jape ma khush ho jaave,
sankat har leti hain saara,
jay ambe jay jagadambe,
jay ambe jay jagadambe...


aadishakti ma jeen bhavaani,
mahima ma ki kisane jaani,
mangalapaath karoon mi tera,
karo kripa ma jeen bhavaani,
saanjh savere tujhe manaaoon,
charano me mainsheesh navaaoon,
teri kripa se bhanvaraavaali,
mainapana sansaar chalaaoon,

harshanaath ki bahana pyaari,
jeevan baai naam tumhaara,
goriya gaanv se dakshin me hai,
sundar pyaara dhaam tumhaara,
poorv mukh mandir hai pyaara,
bhanvaravaali maat tumhaara,
teen or se parvat maala,
saancha hai darabaar tumhaara,

asht bhujaaen maat tumhaari,
mukh mandal par tej niraala,
akhand jyoti baraso se jalati,
jeen bhavaani hai pratipaala,
ek ghreet aur do hai tel ke,
teen deep har pal hain jalate,
mugal kaal ke pahale se hi,
jyoti akhand hain teeno jalate,

ashtam sadi me maat tumhaare,
mandir ka nirmaan hua hai,
bhagaton ki shrddha aur nishtha,
ka jeevant pramaan hua hai,
devaalay ki chhate deevaare,
kaareegari ka hai ik darpan,
tantr tapasvi vaam maaragi,
ke chitro ka anupam chitrn,

sheetal jal ke amarat se do,
kal kal karate jharane bahate,
ek kund hai isi bhoomi par,
jogi taal jise sab kahate,
desh nikala mila jo unako,
paandu putr yahaan par aaye,
isi dhara par kuchh din rahakar,
vo apana banavaas bitaaye,

bade bade balshaali bhi ma,
aakar dar pe sheesh jhukaaye,
garv kare jo tere aage pal bhar me,
vo munh ki khaae,
mugalon ne jab kari chadahaai,
laakho laakho bhanvare chhode,
chhinn vichhinn kiye sena ko,
mugalon ke abhimaan ko tode,

nange pair tere dar pe,
chal ke aurangajeb tha aaya,
akhan jyot ki reet chalaayi,
charanon me ma sheesh navaaya,
soorya upaasak jayadev ji,
raaj navalagadah me karate the,
bhanvara vaali ma ki pooja,
roj niyam se vo karate the,

apani donon raani ke sang,
desh nikaala mila tha unako,
pahunch ge kannauj nagar me,
jaychand ne vahaan sharan di unako,
kurukshetr ke yuddh se pahale,
kaali ne hunkaar bhari thi,
bhanvaraavaali ban kankaali,
daan lene ko nikal padi thi,

saari praja ke hit ke khaatir,
jagadev ne sheesh diya tha,
sheesh utaar ke kankaali ke,
shri charanon me chadaha diya tha,
bhanvara vaali ki kirapa se,
jeevan usane sphal banaaya,
maata ke charanon me viraaje,
sheesh ka daani vo kahalaaya,

sundar nagari jeen tumhaari,
sundar tera bhavan niraala,
yahaan bane vishram garaho me,
kundi lage lage n taala,

karunaamayi ma jeen bhavaani,
jo bhi tere dhaam na aaya,
chaahe dekha ho jag saara,
jeevan usane vyarth ganvaaya,
aadi kaal se hi bhagaton ne,
vaishno roop me ma ko dhayaaya,
vaishno devi jeen bhavaani,
ki hai saare jag me maaya,

durga roop me devi ma ne,
mahishaasur ka vdh kiya tha,
kaali roop me sab devo ne,
jeen ka phir aahavaan kiya tha,
sbhi devataaon ne milakar,
kaali roop me ma ko dhayaaya,
apane haantho se sur ganon ne,
ma ko madira paan karaaya,

varttamaan me vaishno roop me,
ma ko dhayaaye ye jag saara,
jeen jeen bhaj baarambaara,
har sankat ka ho nistaara,

siddh peeth kaajal sikhar,
bana jeen ka dhaam,
nit ki parcha det hai,
pooran karati kaam,
jayanti jeen baai ki jay,
harsh bhairoo bhaai ki jay,

mangal bhavan amangal haari,
jeen naam hota hitakaari,
kaun so sankat hai jag maahi,
jo meri maiya met na paai,
jay ambe jay jagadambe,
jay ambe jay jagadambe...

vighn haran mangal karan,
gauri sut ganaraaj,
kanth viraajo shaarada,
aan bchaao laaj,
maat pita gurudev ke,
dharu charan me dhayaan,
kuladevi ma jeen bhavaani,
laakho laakh pranaam,
jayanti jeen baai ki jay,
harsh bhairoo bhaai ki jay,
jeen jeen bhaj baarambaara,
har sankat ka ho nistaara,
naam jape ma khush ho jaave,
sankat har leti hain saara,
jay ambe jay jagadambe,
jay ambe jay jagadambe...








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