Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

जितने प्रेमी तेरे, मै सबको शीश झुकाऊँ,
किसी के अवगुण कभी ना देखूँ, गुण झोली में पाऊँ

जितने प्रेमी तेरे, मै सबको शीश झुकाऊँ,
किसी के अवगुण कभी ना देखूँ, गुण झोली में पाऊँ
जितने प्रेमी तेरे...


दिल में कोई मैं न रहे, श्रद्धाभक्ति बनी रहे,
सबकी इज्जत मान करूं, सबका मैं सम्मान करूं,
नींचऊंच मैं देखूं ना, खरा या खोटा परखूँ ना,
वैरविरोध मिटा के भगवन, सब पे सदके जाँऊ,
जितने प्रेमी तेरे...

निर्धन है या है धनवान, सबमें तेरा रूप महान,
सबसे मीठा बोलूं मैं, ज्ञान तराजू तोलूं मैं,
जिसके घट में वास तेरा, बहन मेरी वो भाई मेरा,
सबको अपना समझू मैं, सबसे प्रीत निभाऊँ,
जितने प्रेमी तेरे...

हर गुरमुख में तेरा वास, भक्तों में तू करे निवास,
मनमत जब भरमा जाए, गुरमत यह समझा जाए,
सब सद्गुरु के प्यारे हैं, सब आँखों के तारे हैं,
तेरी ऊंची शिक्षा से मैं, हरदम अमल कमाऊँ,
जितने प्रेमी तेरे...

जितने प्रेमी तेरे, मै सबको शीश झुकाऊँ,
किसी के अवगुण कभी ना देखूँ, गुण झोली में पाऊँ
जितने प्रेमी तेरे...




jitane premi tere, mai sabako sheesh jhukaaoon,
kisi ke avagun kbhi na dekhoon, gun jholi me paaoon

jitane premi tere, mai sabako sheesh jhukaaoon,
kisi ke avagun kbhi na dekhoon, gun jholi me paaoon
jitane premi tere...


dil me koi mainn rahe, shrddhaabhakti bani rahe,
sabaki ijjat maan karoon, sabaka mainsammaan karoon,
neenchoonch maindekhoon na, khara ya khota parkhoon na,
vairavirodh mita ke bhagavan, sab pe sadake jaanoo,
jitane premi tere...

nirdhan hai ya hai dhanavaan, sabame tera roop mahaan,
sabase meetha boloon main, gyaan taraajoo toloon main,
jisake ghat me vaas tera, bahan meri vo bhaai mera,
sabako apana samjhoo main, sabase preet nibhaaoon,
jitane premi tere...

har guramukh me tera vaas, bhakton me too kare nivaas,
manamat jab bharama jaae, guramat yah samjha jaae,
sab sadguru ke pyaare hain, sab aankhon ke taare hain,
teri oonchi shiksha se main, haradam amal kamaaoon,
jitane premi tere...

jitane premi tere, mai sabako sheesh jhukaaoon,
kisi ke avagun kbhi na dekhoon, gun jholi me paaoon
jitane premi tere...








Bhajan Lyrics View All

कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री

New Bhajan Lyrics View All

नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरी
उंचा पर्वत थी आवो ने भैरूजी,
दुखड़ा म्हारा थे दादा निवारजो,
जन जन का कल्याण करे मेरा भोला बाबा,
भक्तों का उद्धार करे मेरा भोला बाबा,
हम तेरे नादान से बालक,
तुम दया के सागर हो,
हारे का है तू ही सहारा बाबा लखदातार,
हार के बाबा आया हूँ मैं तेरे दरबार,