मेरे संग सांवरा हरदम,
मुझे किस बात की चिंता,
मेरे दर्दो का ये मरहम,
मुझे किस बात की चिंता,
मेरे संग साँवरा हरदम,
मुझे किस बात की चिंता...
जिसे अपना ले सांवरिया,
उसे फिर कौन ठुकराए,
मुझे गोदी में रखता है,
मुझे किस बात की चिंता,
मेरे संग साँवरा हरदम,
मुझे किस बात की चिंता...
ना डर गिरने का है मुझको,
ना ख्वाहिश है सँभलने की,
डोर बाबा के हाथों में,
मुझे किस बात की चिंता,
मेरे संग साँवरा हरदम,
मुझे किस बात की चिंता...
ये रिश्ता ख़ास है उनसे,
नहीं इसमें मिलावट है,
वो मालिक है मैं नौकर हूँ,
मुझे किस बात की चिंता,
मेरे संग साँवरा हरदम,
मुझे किस बात की चिंता...
मेरे कर्मो की ना पूछो,
रसिक जो हूँ रजा उनकी,
दिया बाबा का खाता हूँ,
मुझे किस बात की चिंता,
मेरे संग साँवरा हरदम,
मुझे किस बात की चिंता...
मेरे संग सांवरा हरदम,
मुझे किस बात की चिंता,
मेरे दर्दो का ये मरहम,
मुझे किस बात की चिंता,
मेरे संग साँवरा हरदम,
मुझे किस बात की चिंता...
mere sang saanvara haradam,
mujhe kis baat ki chinta,
mere dardo ka ye maraham,
mujhe kis baat ki chinta,
mere sang saanvara haradam,
mujhe kis baat ki chintaa...
jise apana le saanvariya,
use phir kaun thukaraae,
mujhe godi me rkhata hai,
mujhe kis baat ki chinta,
mere sang saanvara haradam,
mujhe kis baat ki chintaa...
na dar girane ka hai mujhako,
na khvaahish hai sanbhalane ki,
dor baaba ke haathon me,
mujhe kis baat ki chinta,
mere sang saanvara haradam,
mujhe kis baat ki chintaa...
ye rishta kahaas hai unase,
nahi isame milaavat hai,
vo maalik hai mainnaukar hoon,
mujhe kis baat ki chinta,
mere sang saanvara haradam,
mujhe kis baat ki chintaa...
mere karmo ki na poochho,
rasik jo hoon raja unaki,
diya baaba ka khaata hoon,
mujhe kis baat ki chinta,
mere sang saanvara haradam,
mujhe kis baat ki chintaa...
mere sang saanvara haradam,
mujhe kis baat ki chinta,
mere dardo ka ye maraham,
mujhe kis baat ki chinta,
mere sang saanvara haradam,
mujhe kis baat ki chintaa...