हर रोती हुई आँख को हंसा,
तेरी मेहरबानी होवेगी,
हर हारे हुए प्रेमी को जीता,
तेर मेहरबानी होवेगी ॥
बार बार दर कोई आके जब रोता है,
दूसरा भी प्रेमी विश्वास को खोता है,
ना किसी का यूँ भरोसा तू डिगा,
तेरी मेहरबानी होवेगी,
हर रोती हुई आंख को हंसा,
तेरी मेहरबानी होवेगी ॥
भोगना पड़े जो हमें कर्मो का फल है,
तेरा दरबार किस समस्या का हल है,
क्षमा करके तू रस्ता दिखा,
तेरी मेहरबानी होवेगी,
हर रोती हुई आंख को हंसा,
तेरी मेहरबानी होवेगी ॥
रोग वाले रोगी ही मिलते हकीम से,
होक लाचार सब आते हैं यकीन से,
मेरे रोग वाली दवा तो बता,
तेरी मेहरबानी होवेगी,
हर रोती हुई आंख को हंसा,
तेरी मेहरबानी होवेगी ॥
मुझ जैसे पापी पे भी करते रहम हो,
तोड़ दे तू प्रेमियों का कोई भी वहम हो,
ज़रा ‘रोमी’ को भी जलवा दिखा,
तेरी मेहरबानी होवेगी,
हर रोती हुई आंख को हंसा,
तेरी मेहरबानी होवेगी ॥
हर रोती हुई आँख को हंसा,
तेरी मेहरबानी होवेगी,
हर हारे हुए प्रेमी को जीता,
तेर मेहरबानी होवेगी ॥
har roti hui aankh ko hansa,
teri meharabaani hovegi,
har haare hue premi ko jeeta,
ter meharabaani hovegi ..
baar baar dar koi aake jab rota hai,
doosara bhi premi vishvaas ko khota hai,
na kisi ka yoon bharosa too diga,
teri meharabaani hovegi,
har roti hui aankh ko hansa,
teri meharabaani hovegi ..
bhogana pade jo hame karmo ka phal hai,
tera darabaar kis samasya ka hal hai,
kshma karake too rasta dikha,
teri meharabaani hovegi,
har roti hui aankh ko hansa,
teri meharabaani hovegi ..
rog vaale rogi hi milate hakeem se,
hok laachaar sab aate hain yakeen se,
mere rog vaali dava to bata,
teri meharabaani hovegi,
har roti hui aankh ko hansa,
teri meharabaani hovegi ..
mujh jaise paapi pe bhi karate raham ho,
tod de too premiyon ka koi bhi vaham ho,
zara romee ko bhi jalava dikha,
teri meharabaani hovegi,
har roti hui aankh ko hansa,
teri meharabaani hovegi ..
har roti hui aankh ko hansa,
teri meharabaani hovegi,
har haare hue premi ko jeeta,
ter meharabaani hovegi ..