Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

हे शिव शंकर है दयानिधि,
हे करुणा कर है अविनाशी,

हे शिव शंकर है दयानिधि,
हे करुणा कर है अविनाशी,
हे परमपिता है विश्वेस्वर,
हे सर्वेस्वर घट घट वासी


हम आये हैं तेरे द्वारे,
तू अपनाले या ठुकरा दे,
न छोड़ेंगे तेरा द्वारा,
हे जगतपिता है कैलाशी,
हे शिव शंकर है दयानिधि,
हे करुणा कर है अविनाशी

छाए हैं दुख के बादल,
चहु और हे छाई अंधियारी,
अब तू ही दिखा कोई राह हमे,
हे गंगाधर है सुखराशि,
हे शिव शंकर है दयानिधि
हे करुणा कर है अविनाशी

तूँ दे ऐसा वरदान हमें,
हम तेरे ही नित गुण गाये,
और प्यास बुझादे दर्शन से,
ये अँखिया दर्शन की प्यासी,
हे शिव शंकर है दयानिधि,
हे करुणा कर है अविनाशी,
हे परमपिता है विश्वेस्वर,
हे सर्वेस्वर घट घट वासी

हे शिव शंकर है दयानिधि,
हे करुणा कर है अविनाशी,
हे परमपिता है विश्वेस्वर,
हे सर्वेस्वर घट घट वासी




he shiv shankar hai dayaanidhi,
he karuna kar hai avinaashi,

he shiv shankar hai dayaanidhi,
he karuna kar hai avinaashi,
he paramapita hai vishvesvar,
he sarvesvar ghat ghat vaasee


ham aaye hain tere dvaare,
too apanaale ya thukara de,
n chhodenge tera dvaara,
he jagatapita hai kailaashi,
he shiv shankar hai dayaanidhi,
he karuna kar hai avinaashee

chhaae hain dukh ke baadal,
chahu aur he chhaai andhiyaari,
ab too hi dikha koi raah hame,
he gangaadhar hai sukharaashi,
he shiv shankar hai dayaanidhi
he karuna kar hai avinaashee

toon de aisa varadaan hame,
ham tere hi nit gun gaaye,
aur pyaas bujhaade darshan se,
ye ankhiya darshan ki pyaasi,
he shiv shankar hai dayaanidhi,
he karuna kar hai avinaashi,
he paramapita hai vishvesvar,
he sarvesvar ghat ghat vaasee

he shiv shankar hai dayaanidhi,
he karuna kar hai avinaashi,
he paramapita hai vishvesvar,
he sarvesvar ghat ghat vaasee








Bhajan Lyrics View All

कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,

New Bhajan Lyrics View All

भोले तेरी जटा में, बहती है गंग धारा,
शंकर तेरी जटा से, बहती है गंग धारा,
झूम के गाओ भक्तों ये फागण रोज़ रोज़
रोज़ रोज़ नहीं आना फागण रोज़ रोज़ नहीं
माटी के पुतले इतना ना इतरा के चल,
तेरे जीवन का कोई भरोसा नहीं,
हे गणपति गिरिजानंदन हम ध्याये तुमको
सकल विघ्न करो दूर हमारो रखियो हमरी
नैनन को नाए कसूर याद तेरी आवे रे
मेरे दिल को नाए कसूर याद तेरी आवे रे