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रूप है जिसका बड़ा भयंकर,
जिस से थर थरा थर काँपे जल थल,

रूप है जिसका बड़ा भयंकर,
जिस से थर थरा थर काँपे जल थल,
गल रुन्डल की माला ढाली लगती बड़ी निराली,
रुंड मुंड को मार के देखो नाच रही माँ काली,
चंड मुंड को मार के देखो नाच रही माँ काली,

बड़े बड़े आसुरो को तारा महिशा सुर को पल में मारा,
शुन्ब निसुन्ब ने जब ललकारा,तिरशूल से शीश उतारा,
वार से कोई बचा न पाया,वार न जाये खाली,
चंड मुंड को मार के देखो नाच रही माँ काली,

कर में खप्पर कंग विराजे,
सोहे हथ तिरशूल भी साजे,
पैरो में पायल भी भाजे काली माँ का क्या खूब है साजे,
तीन लोक में हलचल हो गई नाची जब मतवाली,
चंड मुंड को मार के देखो नाच रही माँ काली,

देत्य असुर माँ से है डरते माँ के दर का पानी भरते,
माँ की जय जय कार है करते माँ चरणों में शीश को धरदे,
लक्की कहे पडती ये भारी काली कलकते वाली,
चंड मुंड को मार के देखो नाच रही माँ काली,



chand mund ko maar ke dekho naach rahi maa kaali

roop hai jisaka bada bhayankar,
jis se thar thara thar kaanpe jal thal,
gal rundal ki maala dhaali lagati badi niraali,
rund mund ko maar ke dekho naach rahi ma kaali,
chand mund ko maar ke dekho naach rahi ma kaalee


bade bade aasuro ko taara mahisha sur ko pal me maara,
shunb nisunb ne jab lalakaara,tirshool se sheesh utaara,
vaar se koi bcha n paaya,vaar n jaaye khaali,
chand mund ko maar ke dekho naach rahi ma kaalee

kar me khappar kang viraaje,
sohe hth tirshool bhi saaje,
pairo me paayal bhi bhaaje kaali ma ka kya khoob hai saaje,
teen lok me halchal ho gi naachi jab matavaali,
chand mund ko maar ke dekho naach rahi ma kaalee

dety asur ma se hai darate ma ke dar ka paani bharate,
ma ki jay jay kaar hai karate ma charanon me sheesh ko dharade,
lakki kahe padati ye bhaari kaali kalakate vaali,
chand mund ko maar ke dekho naach rahi ma kaalee

roop hai jisaka bada bhayankar,
jis se thar thara thar kaanpe jal thal,
gal rundal ki maala dhaali lagati badi niraali,
rund mund ko maar ke dekho naach rahi ma kaali,
chand mund ko maar ke dekho naach rahi ma kaalee




chand mund ko maar ke dekho naach rahi maa kaali Lyrics





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