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है बड़ी सरल शिरडी की डगर चल पड़ो तो शिरडी दूर नहीं,
दुरी तब तक ही दुरी है जब तक उनको मंजूर नहीं,

है बड़ी सरल शिरडी की डगर चल पड़ो तो शिरडी दूर नहीं,
दुरी तब तक ही दुरी है जब तक उनको मंजूर नहीं,

तू लगन लगले बस दिल से साई का भुलावा आयेगा,
कब कैसे शिरडी पौंछ गया तू खुद भी जान ना पाएगा,
साई की किरपा ना हो तुझपर उस दर का रहा न दस्तूर नहीं,
है बड़ी सरल शिरडी की डगर.......

हो अवनाशी अंतर यामी हर दिल की दरकन सुनती है,
चुन चुन कर दुखड़ा दामन  से साई खुशिया ही भरते है,
पर तभी निहारे गए बाबा जब तक श्रद्धा भरपूर नहीं,
है बड़ी सरल शिरडी की डगर,

शिगनापुर में शनि देव रमे शिरडी की सजत रखवाली में,
बिन दरवाजो के घर सारे ईमान यहाँ नर नारी में,
जिस जिस ने भी दर्शन किया सलाब वो कभी रहा मजबूर नहीं,
है बड़ी सरल शिरडी की डगर



hai badi saral shirdi ki dagar chal pado to shirdi door nhi

hai badi saral shiradi ki dagar chal pado to shiradi door nahi,
duri tab tak hi duri hai jab tak unako manjoor nahi


too lagan lagale bas dil se saai ka bhulaava aayega,
kab kaise shiradi paunchh gaya too khud bhi jaan na paaega,
saai ki kirapa na ho tujhapar us dar ka raha n dastoor nahi,
hai badi saral shiradi ki dagar...

ho avanaashi antar yaami har dil ki darakan sunati hai,
chun chun kar dukhada daaman  se saai khushiya hi bharate hai,
par tbhi nihaare ge baaba jab tak shrddha bharapoor nahi,
hai badi saral shiradi ki dagar

shiganaapur me shani dev rame shiradi ki sajat rkhavaali me,
bin daravaajo ke ghar saare eemaan yahaan nar naari me,
jis jis ne bhi darshan kiya salaab vo kbhi raha majaboor nahi,
hai badi saral shiradi ki dagar

hai badi saral shiradi ki dagar chal pado to shiradi door nahi,
duri tab tak hi duri hai jab tak unako manjoor nahi




hai badi saral shirdi ki dagar chal pado to shirdi door nhi Lyrics





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